पिछले साल जिले की पुलिस ने कुल 77728 दोपहिया वाहन चालकों को पकड़ा, जो बिना हेलमेट के दोपहिया वाहन चला रहे थे। उनसे एक करोड़ 93 लाख 86 हजार 500 रुपए समन शुल्क वसूला गया। इस साल के दस माह में पिछले साल के मुकाबले कड़ी कार्रवाई की गई। जनवरी से अक्टूबर तक पुलिस ने 135502 लोगों को बिना हेलमेट के दोपहिया चलाते हुए पकड़ा। उनसे तीन करोड़ 79 लाख 59 हजार 350 रुपए जुर्माना वसूला।
बिना सीट बेल्ट के चार पहिया चलाने वाले 3992 लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर पिछले साल एक करोड़ 99 लाख 75 हजार रुपए जुर्माना वसूला गया। इस साल दो करोड़ 99 लाख वसूले गए।
इसलिए आवश्यक है हेलमेट
पुलिस की माने तो शहर में हत्या से ज्यादा जान सड़क हादसों में जाती है। सड़क हादसों में मौत की वजह दोपहिया और चार पहिया वाहन चालक के सिर में आने वाली चोटें होती हैं। यदि वाहन चालक हेलमेट और सीट बेल्ट लगाकर वाहन चलाएं, तो सिर में आने वाली चोटों का ग्राफ कम होगा और मौत का आंकड़ा भी गिरेगा। वहीं चार पहिया वाहनों में यदि वाहन चालक सीट बेल्ट लगाया है, तो हादसे के वक्त वाहन का एयरबैग खुल जाता है और चालक गंभीर रूप से घायल होने से बच जाता है।
सभी लोग दोपहिया चलाते वक्त हेलमेट पहने और चार पहिया चलाते वक्त सीटबेल्ट लगाएं। स्कूल कॉलेजों से लेकर संस्थाओं और सड़कों तक पुलिस द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जाता है। चालानी कार्रवाई भी की जाती है।
संतोष कुमार शुक्ला, डीएसपी, ट्रैफिक