itarsi, railway, goods godown, road, drainage, light,sleepers
इटारसी। भोपाल मंडल के बड़े मालगोदामों में से एक इटारसी जंक्शन के रेलवे मालगोदाम से रेल विभाग हर महीने 5 करोड़ रुपए का राजस्व कमाता है। इतनी बड़ी रकम चुकाने वाले मालगोदाम को जिन सुविधाओं से लैस रहना चाहिए वे तो हैं नहीं उल्टा रेलवे के आला अफसर उसकी दुर्गति की तरफ से आंखें मूंदकर बैठे हैं। करीब एक साल पहले रेलवे के मालगोदाम में कीचड़ गंदगी की समस्या को खत्म करने पुराने सिलीपाट बिछाने की योजना बनाई थी। यह योजना एक साल बाद भी मूर्तरूप नहीं ले सकी है। योजना पर काम नहीं होने से मालगोदाम की हालत बदतर हो गई है।
१० हजार सिलीपाट बिछने थे
करीब एक साल पहले डीआरएम शोभन चौधुरी ने सीनियर डीसीएम विनोद तमोरी सहित अन्य अधिकारियों के साथ मालगोदाम का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान ट्रक ऑनर्स एसोसिएशन ने परिसर में धूल और गंदगी की समस्या उठाई थी। जिसके बाद परिसर में 10 हजार पुराने सिलीपाट बिछाने का निर्णय हुआ था। एक साल बाद परिसर में एक भी सिलीपाट नहीं बिछ पाया है और योजना ठंडे बस्ते में चली गई है।
बदरंग हुआ परिसर
मालगोदाम परिसर का फर्श पूरी तरह उखडऩे के कारण बड़े-बड़े गड्ढे हो गए थे। बरसात के कारण अब इन गड्ढों में कीचड़ और पानी जमा हो गया है। कीचड़ के कारण पूरा परिसर बदरंग हो गया है। ट्रकों की निरंतर आवाजाही से परिसर की हालत और खराब होती जा रही है। ट्रकों को लोड अनलोड कराने आने वाले ट्रक मालिकों को यहां की अव्यवस्थाओं से परेशान होना पड़ रहा है।
किसने क्या कहा
मालगोदाम परिसर की हालत बहुत बदतर हो गई है। यहां सिलीपाट बिछाने की बातें रेल प्रशासन ने कही थी मगर एक साल बाद भी कुछ नहीं हुआ है।
अजय मिश्रा, ट्रक ऑनर एसोसिएशन इटारसी
मालगोदाम की समस्या को रेलवे पूरी गंभीरता से ले रहा है। जल्द से जल्द उसका निराकरण किया जाएगा।
आईए सिद्दकी, जनसंपर्क अधिकारी भोपाल मंडल