नई दिल्ली। अपर बर्थ पर चढ़ने और उतरने में होने वाली परेशानी का हल भारतीय रेलवे ने ढूंढ लिया है। टे्रन में लोहे के डंडों की जगह अब आरामदायक सीढियां लगाई जाएंगी। इसकी शुरूआत कुछ ट्रेनों में प्रयोग के तौर पर लगाई गई सीढियों से हो चुकी है। कुछ ट्रेनों के एसी फर्स्ट कोच में यह सीढियां लगाई गई हैं और जल्द ही इन्हें बाकी ट्रेनों में भी लगाया जाएगा।
कपूरथला में स्थित रेल कोच फैक्ट्री और चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में इंजीनियर इन सीढियों को डिजाइन कर रहे हैं। दरअसल कुछ महीने पहले रेलवे ने यात्रियों से परेशानियों पर फीडबैक लिया था, जिसमें कई यात्रियों ने अपर बर्थ पर चढ़ने के वक्त आने वाली परेशानी का जिक्र किया था। इसके बाद रेलवे की मैकेनिकल यूनिट ने इस पर काम शुरू कर दिया। इस काम को रेलवे की वर्ष 2015-16 की टू -डू लिस्ट में शामिल किया गया है।
रेलवे बोर्ड के सदस्य हेमंत कुमार ने कहा, “हमने एसी फर्स्ट क्लास के लिए सीढियां डिजाइन कर ली हैं और सेकंड एसी और थर्ड एसी के लिए काम जारी है।” इसकाम के लिए रेलवे ने अहमदाबाद के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन से हाथ मिलाया है। ट्रेनों में यह सीढियां लगाने में करीब 20000 रूपए प्रति कोच के हिसाब से खर्च आएगा।