जल्द महंगे होने वाले है फोन, टीवी और लैपटॉप, पार्ट्स की कीमतों में जोरदार बढ़ोतरी
शादियों में खरीदते थे सोना
सर्राफा ट्रेडर्स कमेटी के सचिव मातादीन सोनी का कहना है कि पहले ज्यादातर ग्राहक ऐसे थे, जो पुरानी गोल्ड ज्वैलरी बेचकर शादी-ब्याह के लिए नया सोना खरीदते थे, लेकिन अब लोग नए निवेश के लिए भी सोना बेचने आ रहे हैं। लेकिन, इसमें कुछ लोग ऐसे भी है जो बढ़ती महंगाई के कारण आर्थिक हालत कमजोर होने के कारण यह कदम उठा रहे है। दूसरी तरफ, बढ़ती सोने की कीमतों के कारण इस साल सोने के आयात में कमी आ सकती है। घरेलू कीमतों में बढ़ोतरी का फायदा उठाने के लिए भी लोग पुराने गहनों की बिक्री कर रहे है। सोनी ने कहा कि प्रत्येक सौ ग्राम सोने की तुलना में 10 से 15 फीसदी पुराने गहनों की बिक्री होती है। इस साल यह 25 फीसदी तक पहुंच सकती है, क्योंकि कीमतें बढ़ रही हैं।
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हॉल मार्किंग अनिवार्यता के बाद बढ़ी मांग
सर्राफा कारोबारियों का कहना है कि हॉल मार्किंग गोल्ड ज्वैलरी बेचने की अनिवार्यता के बाद गांव वाले आकर पुराना सोना ज्यादा बेच रहे हैं। इनमें ऐसे ग्राहक हैं, जिनकी ज्वैलरी हॉलमार्क नहीं है या शुद्ध नहीं है। खेती के लिए किसान सोने और चांंदी के गहने गिरवी रखने आ रहे हैं। सोने का दाम 60,950 रुपए प्रति दस ग्राम और चांदी का भाव 74,250 रुपए प्रति किलोग्राम के रिकॉर्ड पर है। इसे भी बिक्री का प्रमुख कारण माना जा रहा है।