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इन कंपनियों पर लगा था इतना जुर्माना
ट्राई की ओर से अक्टूबर 2016 में यह जुर्माना लगाया था। जिसके तहत एयरटेल और वोडाफोन प्रत्येक पर 1,050 करोड़ रुपये का जुर्माना लगा था। वहीं आइडिया पर 950 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया था। उस समय ट्राई की ओर से तीनों कंपनियों के लाइसेंस रद करने जा रहा था, लेकिन बाद में इसे लोगों की असुविधा को देखकर रोक दिया गया। रिलायंस जियो ने आरोप लगाया था कि ऑपरेटर्स उन्हें पर्याप्त संख्या में पीओआई जारी नहीं कर रहे हैं, जिससे उसके नेटवर्क पर 75 फीसदी कॉल ड्रॉप हो रही हैं। वहीं दूसरी ओर डिजिटल संचार आयोग की ओर से ट्राई को जुर्माने में संशोधन करने का प्रस्ताव भी दिया था, लेकिन ट्राई ने इससे इनकार दिया।
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रिलायंस जियो की बड़ी जीत
वैसे पिछले तीन सालों से चल रहे इस मामले के दौरान तीनों कंपनियों की स्थितियों में काफी फर्क आ चुका है। जियो उस समय काफी नई प्लेयर थी मार्केट में खड़े होने की कोशिश कर रही थी। वहीं एयरटेल, वोडाफोन और आइडिया काफी बड़े प्लेयर थे। बीते तीन सालों में स्थिति में काफी परिवर्तन आ चुका है। आज जियो उपभोक्ताओं के मामलों में वोडाफोन आइडिया के बाद दूसरी बड़ी कंपनी बन गई है। एयरटेल और वोड आइडिया हालत रोजाना खराब होती जा रही है। अब जुर्माना रिलायंस जियो की बड़ी रणनीतिक जीत कहा जा सकता है।
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