विधानसभा चुनावों के दौरान आपसी गुटबाजी के कारण कांग्रेस को नुकसान न हो इसके लिए कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह की अध्यक्षता में एक समन्वय समिति बनाई है, जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता महेश जोशी, रामेश्वर नीखरा, विभा पटेल, मुजीब कुरैशी, सुनील सुद सहित अन्य नेताओं को शामिल किया गया है। ये कमेटी दो दिनों से इंदौर में थी। सोमवार को जहां कमेटी केसदस्यों ने इंदौर के कांग्रेस नेताओं से चर्चा की थी। वहीं मंगलवार को कमेटी के सदस्य कार्यकर्ताओं की बात सुनने पहुंचे थे। राजीव गांधी चौराहे पर स्थित एक गार्डन में मंच पर समन्वय समिति के सदस्य स्टेज पर खड़े थे और विधानसभावार कांग्रेस कार्यकर्ता लाइन में आते रहे, नेताओं से मिलते रहे, और उनके कान में अपनी बात रखते रहे। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने नेताओं के गलत व्यवहार और अपनी पसंद भी दिग्विजयसिंह सहित अन्य नेताओं के सामने रखी।
देपालपुर से सबसे ज्यादा, 5 नंबर से सबसे कम कार्यकर्ता पहुंचे सुबह 11 बजे महू विधानसभा का कार्यकर्ताओं के दिल की बात सुनने का सिलसिला शाम 4 बजे तक चलता रहा। महू के कार्यकर्ता जहां अंतरङ्क्षसह दरबार सहित कैलाशदत्त पांडे की बात करते रहे। उसके बाद देपालपुर विधानसभा के कार्यकर्ता आए। सबसे ज्यादा कार्यकर्ता इसी विधानसभा से आए थे। विधानसभा से दावेदारी कर रहे विशाल पटेल, मोतीसिंह पटेल और सत्यनारायण पटेल अपने साथ लगभग २ हजार से ज्यादा कार्यकर्ताओं को लेकर पहुंचे थे और उनके साथ आए कार्यकर्ताओं ने उनको लेकर अपनी बात रखी। इस विधानसभा के कार्यकर्ताओं की बात सुनने में ही कांग्रेस नेताओं को लगभग दो घंटे का समय लग गया। महू के बाद सांवेर से तुलसी सिलावट के साथ ही अनूप बौरासी और दयाल चौहान के नाम कार्यकर्ताओं ने रखे। इसके बाद राऊ के कार्यकर्ता भी पहुंचे थे। यहां पर जीतू पटवारी के साथ ही दीपक राजपूत के समर्थकों ने भी अपनी पसंद समन्वय समिति के सदस्यों को बताई। उनके बाद इंदौर एक के कार्यकर्ताओं की बारी आई। यहां पर दावेदारी कर रहे चारों प्रत्याशी संजय शुक्ला, कमलेश खंडेलवाल, दीपू यादव और गोलू शुक्ला एक साथ पहुंचे थे। चारों नेता एक और खड़े रहे और कार्यकर्ता एक-एक कर अपनी बात नेताओं के कान में बोलते रहे। दो नंबर से चिंटू चौकसे और मोहन सेंगर के समर्थक भी बड़ी संख्या में आए थे, उ्न्होने भी अपनी बात रखी। इसके बाद तीन नंबर के कार्यकर्ताओं का नंबर आया, इस दौरान कांग्रेस के नेताओं ने पिंटू जोशी और अश्विन जोशी के टिकट की मांग को लेकर तल्खी फिर दिखी। जहां कल पूरे शहर के 4 कांग्रेस पार्षदों के हस्ताक्षर करवाकर अश्विन जोशी ने एक चिट्ठी समन्वय समिति के सदस्यों को दी थी। वहीं मंगलवार को तीन नंबर विधानसभा के तीन पार्षद जुलेखा कादरी, अभय वर्मा और छोटे यादव सहित कांग्रेस से चुनाव लड़े प्रत्याशियों के हस्ताक्षर की चिट्ठी जिसमें पिंटू जोशी को टिकट देने की मांग की गई थी वो पूर्व पार्षद अनवर कादरी ने दिग्विजयसिंह को सौंपी। चार नंबर से भी बड़ी संख्या में आए कांग्रेस नेताओं ने सुरजीतसिंह चड्ढ़ा को टिकट देने की बात कही। वहीं सबसे कम कार्यकर्ता 5 नंबर विधानसभा से आए थे। यहां से दावेदारी कर रहे पंकज संघवी, अमन बजाज, छोटे यादव, अरविंद बागड़ी सहित अन्य नेता तो मौजूद थे, लेकिन उनके साथ कार्यकर्ता नहीं आए। इसके पहले युवक कांग्रेस ने जहां तीन से पिंटू जोशी और पांच से अमन बजाज के टिकट का समर्थन किया। इसके बाद सिंह सहित समन्वय समिति के सभी सदस्य नेताओं ने कार्यकर्ताओं के साथ बैठकर पंगत में खाना भी खाया। इस दौरान सिंह ने सभी कार्यकर्ताओं को शपथ दिलाई की वे प्रत्याशियों की बजाए केवल पार्टी के चुनाव चिन्ह को देखकर उसके लिए काम करेंगे।
सेल्फी लेते रहे नेता समन्वय समिति के सदस्यों को अपनी बात कहने के साथ ही कांग्रसे कार्यकर्ता पूर्व मुख्यमंत्री सिंह सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ सेल्फी निकालते रहे। इस दौरान नेताओं ने भी कार्यकर्ताओं की बात सुनी।
चिंटू, अश्विन को लगाई सिंह ने फटकार
कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस के नेताओं ने सभी नेताओं को नारेबाजी और ढ़ोल ढ़माके बजाने से मना भी कर दिया था। इसके बावजूद ढ़ोल-ढ़माके लेकर अपने समर्थकों के साथ पहुंचे चिंटू चौकसे को उस समय दिग्विजयसिंह ने फटकार लगाई जब कार्यक्रम के दौरान भी ढ़ोल बजते रहे। इसके अलावा पूर्व विधायक अश्विन जोशी के समर्थक भी उनके नारे लगा रहे थे, जिस पर सिंह जमकर नाराज हुए और उन्हें नारे लगाने से रोक दिया। इसके पहले देपालपुर के एक कार्यकर्ता द्वारा मीडिया को कैमरे पर बयान देने पर भी सिंह ने फटकार लगाई कि आप मेरे कान में क्या बोल रहे थे और यहां क्या बोल रहे हो ये गलत बात है।
चिंटू, अश्विन को लगाई सिंह ने फटकार
कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस के नेताओं ने सभी नेताओं को नारेबाजी और ढ़ोल ढ़माके बजाने से मना भी कर दिया था। इसके बावजूद ढ़ोल-ढ़माके लेकर अपने समर्थकों के साथ पहुंचे चिंटू चौकसे को उस समय दिग्विजयसिंह ने फटकार लगाई जब कार्यक्रम के दौरान भी ढ़ोल बजते रहे। इसके अलावा पूर्व विधायक अश्विन जोशी के समर्थक भी उनके नारे लगा रहे थे, जिस पर सिंह जमकर नाराज हुए और उन्हें नारे लगाने से रोक दिया। इसके पहले देपालपुर के एक कार्यकर्ता द्वारा मीडिया को कैमरे पर बयान देने पर भी सिंह ने फटकार लगाई कि आप मेरे कान में क्या बोल रहे थे और यहां क्या बोल रहे हो ये गलत बात है।
जोशी की पर्ची के नाम ने मचाया हड़कंप दावेदारी करने वाले सभी नेता मंच पर मौजूद महेश जोशी से मिलने भी पहुंचते रहे। इस दौरान जैसे ही एक नंबर से दावेदारी कर रहे संजय शुक्ला उनसे मिलने पहुंचे जोशी ने उनके हाथ में एक पर्ची पकड़ा दी। इसमें शहर की चार विधानसभा सीटों से प्रत्याशियों के नाम लिखे हुए थे। जिसमें एक से कमलेश खंडेलवाल, दो से मोहन सेंगर, तीन से चिंटू चौकसे और चार से संजय शुक्ला के नाम लिखे हुए थे। इस चिट्ठी को देख शुक्ला ने उनसे कहा कि मैं तो एक नंबर से ही लडूंगा। जोशी ने उन्हें समझाया कि चार में ब्राह्मण वोटर्स की संख्या ज्यादा है वहां पर वे जीत सकते हैं। इसी बीच वहां पर अन्य दावेदार भी पहुंचने लगे जिन्हें देख जोशी ने शुक्ला से बाद में इस बारे में बात करने का कहकर रवाना कर दिया।
सबकी नजर रही पिंटू-अश्विन पर पूरे कार्यक्रम के दौरान सभी की नजर दोनों भाई पूर्व विधायक अश्विन जोशी और युवक कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष पिंटू जोशी पर लगी रही। पिंटू स्टेज पर जहां महेश जोशी के आसपास ही बने हुए थे। वहीं अश्विन उनसे दूर अपने समर्थकों के साथ एक ओर खड़े थे। मंच पर पहुंचने के बाद भी अश्विन और उनके समर्थकों ने महेश जोशी या पिंटू जोशी से चर्चा तक नहीं की। जबकि बाकी नेता उनसे मुलाकात करने पहुंचते रहे।