अयोध्या जाने की थी प्लानिंग
महिला सुरक्षा अतिरिक्त डीसीपी प्रियंका डुडवे ने बताया कि क्लास 6 और क्लास 8 की पढ़ने वाली दो नाबालिग बच्चियों ने अयोध्या जाने की प्लानिंग की थी। वो घर से स्कूल ड्रेस में स्कूल बैग लेकर स्कूल जाने के लिए निकलीं लेकिन फिर दोनों रेलवे स्टेशन पहुंच गई। ये तो गनीमत रही कि जिस ई रिक्शा से बच्चियां स्टेशन आई थीं उसके ड्राइवर ने बच्चियों की बातें सुन लीं और पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद पुलिस स्टेशन पर पहुंची तो दोनों बच्चियां स्टेशन पर बैठी हुई थीं।
बच्चियों की काउंसलिंग कर परिजन के सुपुर्द किया
अतिरिक्त डीसीपी (महिला सुरक्षा) ने बताया कि स्टेशन पर मौजूद दोनों बच्चियों को बातचीत कर भरोसा में लेकर जब उनसे पूछा तो उन्होंने बताया कि वो मम्मी-पापा को बिना बताए अयोध्या जा रही हैं। इसके बाद भरोसे में लेकर उनके माता-पिता के बारे में जानकारी जुटाई और फिर माता-पिता को बुलाकर बच्चियों की काउंसलिंग कर बच्चियों को परिजन के सुपुर्द किया। पुलिस अधिकारी ने ई-रिक्शा चालक की तारीफ करते हुए उसका भी आभार व्यक्त किया है जिसने वक्त रहते सक्रियता दिखाई और पुलिस को सूचना दी।