बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का इस पर कहना है कि कार्यक्रम का आयोजन शराब कंपनी के विज्ञापन पर किया जा रहा है। इसमें हमारी मांग है कि सभी विज्ञापन हटाए जाएं। साथ ही मांग की है कि मंच के चारों ओर शराब और बियर कंपनियों के बड़े-बड़े स्टॉल लगे हैं। अगर ये ओपन कार्यक्रम होता तो कोई बजरंग दल विरोध नहीं करता, लेकिन ये शहर की संस्कृति से खिलवाड़ सहन नहीं किया जाएगा।
पूर्व मंत्री ने बजरंग दल का किया समर्थन
पूर्व संस्कृति मंत्री और विधायक ऊषा ठाकुर ने दिलजीत दोसांझ के कार्यक्रम का विरोध करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है। जिसमें उन्होंने हिंदू संगठनों को सही ठहराया है। आगे उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम भारतीय संस्कृति का हिस्सा नहीं है। ऊषा ठाकुर ने साथ ही यह भी बताया कि हम 2047 के स्वर्णिम भारत की ओर बढ़ रहे हैं। ऐसे कार्यक्रम हमारी संस्कृति के प्रतिकूल हैं।