कोर्ट ने सबूतों की कमी के चलते दोषमुक्त किया
हाईकोर्ट में सबूतों की कमी के अभाव और फरियादी के बयान बदलने को आधार बनाकर आकाश विजयवर्गीय को दोषमुक्त करार दिया है। बताया जा रहा है कि कोर्ट के सामने फरियादी धीरेंद्र बायल अपने पलट गए थे। यह पूरी घटना 26 जून 2019 को जर्जर मकान की कार्रवाई करने के दौरान की गई थी।
बल्लामार कांड पर पीएम मोदी ने भी जताई थी नाराजगी
साल 2019 में बल्ला कांड पूरे देश भर में चर्चित था। पीएम मोदी ने इस घटनाक्रम पर नाराजगी व्यक्त की थी। इसकी वजह से ही साल 2023 विधानसभा चुनाव में उनका टिकट काट दिया गया था।
क्या था पूरा मामला
यह पूरा मामला 26 जून 2019 का है। इंदौर नगर निगम की टीम इंदौर के गंजी कंपाउंड इलाके में जर्जर मकान तोड़ने की कार्रवाई कर रही थी। इसी दौरान पूर्व विधायक आकाश विजयवर्गीय मौके पर पहुंच गए और कार्रवाई करने से रोक दिया। जब नगर निगम के अधिकारी धीरेंद्र बायस कार्रवाई कर रहे थे। तो आकाश विजयवर्गीय ने उनके ऊपर बल्ले से हमला कर दिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी हो गई थी और कई धाराओं में उनपर केस चलाया गया।