ओ बॉम्बे+ रेयर ब्लड ग्रुप
पवन बाई (25) निवासी बडऩगर को सीजर के दौरान बडऩगर के अस्पताल में भर्ती किया गया। वहां ओ+ ब्लड चढ़ाने से उनकी स्थिति बिगड़ गई। इसके बाद उन्हें इंदौर के रॉबर्ट नर्सिंग होम में भर्ती किया गया। यहां जांच में पता चला कि महिला का ब्लड ग्रुप ओ बॉम्बे+ है, जो रेयर माना जाता है। इसके बाद ब्लड डोनेशन के लिए परिजन के रक्त नमूने लिए गए, जिसमें बहन संगीता का भी यही ग्रुप मिला। तत्काल एक यूनिट ब्लड लेकर महिला को चढ़ाया गया। इसके बाद रेडक्रॉस के माध्यम से चलाए जा रहे ब्लड कॉल सेंटर से संपर्क किया गया तो शिर्डी के डोनर रवींद्र काटकोर ने पहल की। रात को साधन नहीं होने से वे अपनी कार से इंदौर पहुंचे व एमवायएच के ब्लड बैंक में ब्लड डोनेट किया।
पूरे देश में मात्र 185 दर्ज
महिला का हीमोग्लोबिन 3 होने से अधिक खून की आवश्यकता है। इसे देखते हुए वर्धा के दो डोनर ने एक-एक यूनिट ब्लड डोनेट किया, जो फ्लाइट से सोमवार को इंदौर पहुंच गया। बता दें, पूरे देश में ओ बॉम्बे+ ब्लड ग्रुप के कुल 185 लोग अभी तक रजिस्टर्ड हैं। इनमें से 4 मध्य प्रदेश के हैं।2014 में पहली बार पड़ी जरूरत
इंदौर में सबसे पहले वर्ष 2014 में एक मरीज को ओ बॉम्बे+ ब्लड ग्रुप की जरूरत पड़ी थी, तब बंगलुरु से इसे बुलवाया गया था। इसके बाद 2018 में एक महिला को आवश्यकता पड़ी, जब भी डोनर ने खुद पहुंचकर ब्लड डोनेट किया था। जानकारी मिलने के बाद हमने हमारे पोर्टल पर सभी को मैसेज भेजे। शिर्डी के डोनर ने तत्काल सहायता करते हुए ब्लड डोनेट किया। दो यूनिट ब्लड वर्धा से मंगवाया गया। हर रोज ब्लड कॉल सेंटर के माध्यम से देश के अन्य शहरों में भी नि:शुल्क ब्लड डोनेट कराया जाता है।- अशोक नायक, संचालक ब्लड कॉल सेंटर, रेडक्रॉस