– इंदौर में मतदाता – 25.33 लाख, एक साल पहले 26.16 लाख थे
– प्रदेश का औसत जनसंख्या अनुपात 61 फीसदी, इंदौर का अनुपात 58 फीसदी
– 20 फीसदी बूथों पर महिला मतदाता भी औसत के बराबर नहीं
– युवा मतदाता 2.5 प्रतिशत होना चाहिए, 1.54 प्रतिशत ही हैं, विशेष अभियान में भी मात्र 1053 नाम जुडे्
– एक साल में 3.7 प्रतिशत मतदाता कम हुए। यह भी औसत से ज्यादा रहा।
– आधार से 71 प्रतिशत मतदाता जोड़े गए।
बूथ कार्यकर्ता, वार्ड पार्षद की भूमिका महत्वपूर्ण
निर्वाचन आयोग के निर्देश पर आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों को देखते हुए बुधवार को मतदाता सूची के प्रारूप का प्रकाशन किया गया। सभी राजनीति दलों को इसकी प्रति दी जाएगी। इसका अंतिम प्रकाशन 5 जनवरी 2023 को होगा। इस बीच इसमें नए नाम जोड़ने, हटाने व संशोधित करने की प्रक्रिया होगी। भाजपा, कांग्रेस सहित अन्य मान्यता प्राप्त दल के प्रतिनिधियों के समक्ष बुधवार को विस्तार से चर्चा की गई। कलेक्टर ने कहा, यह स्थिति ठीक नहीं है। मतदाता की संख्या बढ़ना चाहिए। अभी आधार से लिंक नहीं कर रहे हैं। आधार नंबर की इंट्री कर रहे हैं। विशेष अभियान में भी मात्र 1053 नाम जुड़ने पर उन्होंने अधिकारियों से कारण पूछा।
राजनीतिक दलों ने ये दिए सुझाव
– कांग्रेस की ओर से सुझाव दिया गया कि आधार लिंक के लिए नगर निगम जोन पर विशेष डेस्क बनाई जाए।
– भाजपा ने कहा कि मतदाता सूची के लिए अनाउंसमेंट करवाएं, जिससे लोगों को जानकारी मिल सके।
– अन्य दलों ने सुझाव दिया कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी अभियान चलाकर मतदाताओं को जोड़ा जाए।