श्री रामदेवजी चैरिटेबल ट्रस्ट के सचिव मूलचन्द शर्मा मोकलसर ने बताया, वर्ष 1982 में विष्णु समाज के लोगों ने रामदेव भक्ति मंडल बनाया था। तब ओल्ड मैदार रोड स्थित हनुमान मंदिर में हर अमावस्या व पूर्णिमा को भजनों का कार्यक्रम होता था। फिर 1984 में दुकान मालिक भी साथ आ गए और सनातन धर्म विष्णु समाज मंडल का गठन किया। इसके बाद 1991 में हनुमान मंििदर में मीटिंग बुलाई गई और रामदेव मंदिर निर्माण के लिए जगह ली गई। इसके बाद 1997 में पास में ही और अतिरिक्त जगह ली गई और इसके बाद मंदिर को लेकर प्रयास और तेज हुए। 2007 में भूमि पूजन हुआ तथा 22 फरवरी 2024 को मंदिर की प्रतिष्ठा हुई।
बाबा रामसापीर के एक भक्त जब्बरसिंह राजपुरोहित मायलावास ने बताया कि भक्तगण रोजाना मंदिर में दर्शन के लिए आते हैं। विशेष अवसरों पर भक्तों की अधिक भीड़ रहती है। मंदिर के पुजारी श्रवणकुमार भट्ट सियाणा ने बताया कि मंदिर सुबह 6 बजे से दोपहर 12.15 बजे तक तथा शाम को 5 से 8 बजे तक खुला रहता है। सुबह 8.30 बजे तथा शाम 7.30 बजे आरती होती है। रोजाना अलग-अलग भोग लगता है।
श्री रामदेवजी चैरिटेबल ट्रस्ट होसपेट के अध्यक्ष मीठालाल खंडेलवाल अजारी है। अन्य पदाधिकारियों में विजयराज सुथार महेशनगर उपाध्यक्ष, मूलचन्द शर्मा मोकलसर सचिव, चम्पालाल सोनी पिंडवाडा कोषाध्यक्ष के साथ ही घेवरसिंह राजपुरोहित रानी देशीपुरा, भबूतमल राजपुरोहित मायलावास, रामाकिशन राजपुरोहित अराबा, महेन्द्र कुमार सोनी, देवाराम चौधरी, चन्दनसिंह भाटी सांवरड़ा, मोहनलाल सोनी पिंडवाड़ा, जोधाराम चौधरी एवं हरकचन्द राजपुरोहित ओडवाड़ा ट्रस्टी है। ट्रस्ट के पहले अध्यक्ष तुलसीराम सोनी पिण्डवाड़ा बने और हरकचन्द राजपुुरोहित ओडवाड़ा भी ट्रस्ट के अध्यक्ष रहे। इसके बाद वर्ष 2001 से मीठालाल खंडेलवाल अजारी अध्यक्ष है।