गौशाला का संचालन
करीब पांच दशक से महावीर जैन गौशाला का संचालन किया जा रहा है। गौशाला में वर्तमान में 380 गायें हैं। इनमें बीमार व अपाहिज गायें अधिक है। गायों के लिए शेड बने हैं।
करीब पांच दशक से महावीर जैन गौशाला का संचालन किया जा रहा है। गौशाला में वर्तमान में 380 गायें हैं। इनमें बीमार व अपाहिज गायें अधिक है। गायों के लिए शेड बने हैं।
जैन समाज के चार सौ परिवार
होसपेट में मंदिरमार्गी, स्थानकवासी एवं तेरापंथी सममाज के करीब चार सौ परिवार निवास कर रहे हैं। ऐसा बताते हैं करीब 90 साल पहले जैन समाज के आठ परिवार निवास कर रहे थे। समाज के लोगों का राजस्थान आना-जाना बना हुआ है लेकिन अधिकांश परिवार अब शादी-ब्याह होसपेट में ही करने लगे हैं।
होसपेट में मंदिरमार्गी, स्थानकवासी एवं तेरापंथी सममाज के करीब चार सौ परिवार निवास कर रहे हैं। ऐसा बताते हैं करीब 90 साल पहले जैन समाज के आठ परिवार निवास कर रहे थे। समाज के लोगों का राजस्थान आना-जाना बना हुआ है लेकिन अधिकांश परिवार अब शादी-ब्याह होसपेट में ही करने लगे हैं।
तीन जिनालयों की देखरेख
आदिनाथ भगवान मंदिर समेत तीन जिनालयों की देखरेख का काम भी संघ कर रहा है। नवकार कॉलोनी में मुनिश्वर स्वामी तथा एमजे नगर में वासू पूज्य भगवान का मंदिर बना है। नवकार $कॉलोनी एवं एमजे नगर में जैन समाज के लोग बड़ी संख्या में निवास कर रहे हैं। जैन समाज के लोग प्रमुख रूप से राजस्थान में बालोतरा, बाड़मेर, जालोर, सांचौर, सिरोही, पाली जिलों से अधिक है।
आदिनाथ भगवान मंदिर समेत तीन जिनालयों की देखरेख का काम भी संघ कर रहा है। नवकार कॉलोनी में मुनिश्वर स्वामी तथा एमजे नगर में वासू पूज्य भगवान का मंदिर बना है। नवकार $कॉलोनी एवं एमजे नगर में जैन समाज के लोग बड़ी संख्या में निवास कर रहे हैं। जैन समाज के लोग प्रमुख रूप से राजस्थान में बालोतरा, बाड़मेर, जालोर, सांचौर, सिरोही, पाली जिलों से अधिक है।
आदिनाथ भगवान का मंदिर
मूलनायक आदिनाथ भगवान का नया मंदिर मार्बल से बनाया गया है। पुराने मंदिर की प्रतिमा ही नए मंदिर में स्थापित की गई है। मूलनायक आदिनाथ भगवान के साथ ही सुमतिनाथ एवं सिमंधर स्वामी की प्रतिमाएं भी पास में स्थापित की गई है। इसके साथ ही मंदिर परिसर में गौतम स्वामी, जीरावाला पाश्र्वनाथ, नाकोड़ा पाश्र्वनाथ, पुण्डरिक स्वामी, गोमुख यक्ष, चक्रेश्वरी देवी, मणिभद्र वीर, नाकोड़ा भैरूजी, पदमावती देवी, सरस्वती देवी की प्रतिमाएं भी स्थापित की गई है।
मूलनायक आदिनाथ भगवान का नया मंदिर मार्बल से बनाया गया है। पुराने मंदिर की प्रतिमा ही नए मंदिर में स्थापित की गई है। मूलनायक आदिनाथ भगवान के साथ ही सुमतिनाथ एवं सिमंधर स्वामी की प्रतिमाएं भी पास में स्थापित की गई है। इसके साथ ही मंदिर परिसर में गौतम स्वामी, जीरावाला पाश्र्वनाथ, नाकोड़ा पाश्र्वनाथ, पुण्डरिक स्वामी, गोमुख यक्ष, चक्रेश्वरी देवी, मणिभद्र वीर, नाकोड़ा भैरूजी, पदमावती देवी, सरस्वती देवी की प्रतिमाएं भी स्थापित की गई है।
संघ की कार्यकारिणी
श्री आदिनाथ जैन श्वेताम्बर संघ होसपेट के अध्यक्ष केसरीमल बागरेचा सिवाना है। इसके साथ ही अन्य पदाधिकारियों में चंपालाल विनायकिया खांडप एवं महेन्द्र कानूंगा सिवाना उपाध्यक्ष, महेन्द्र पालरेचा मोकलसर मंत्री, अशोक मोदी जालोर सह मंत्री, किशोर राठौड़ खानपुर कोषाध्यक्ष एवं श्रीपाल कोठारी बरलूट सह कोषाध्यक्ष के पद पर कार्यरत है।
श्री आदिनाथ जैन श्वेताम्बर संघ होसपेट के अध्यक्ष केसरीमल बागरेचा सिवाना है। इसके साथ ही अन्य पदाधिकारियों में चंपालाल विनायकिया खांडप एवं महेन्द्र कानूंगा सिवाना उपाध्यक्ष, महेन्द्र पालरेचा मोकलसर मंत्री, अशोक मोदी जालोर सह मंत्री, किशोर राठौड़ खानपुर कोषाध्यक्ष एवं श्रीपाल कोठारी बरलूट सह कोषाध्यक्ष के पद पर कार्यरत है।