जीतो हुब्बल्ली चैप्टर के सचिव बरलूट निवासी राजन जैन कहते हैं, हमें पांच साल में एक बार मतदान का अवसर मिलता है। ऐसे में हमारा मत व्यर्थ नहीं जाना चाहिए। वाजपेयी की सरकार केवल एक वोट से गिर गई थी। ऐसे में एक वोट की क्या कीमत हो सकती हैं, हम जान सकते हैं। वोट अमूल्य है।
जीतो यूथ विंग के चेयरमैन अंकित संकलेचा ने कहा, हमें अपने वोट की जिम्मेदारी को समझना चाहिए। यदि हम मतदान में हिस्सा नहीं लेते हैं तो हमें सरकार पर भी किसी तरह का सवाल उठाने का अधिकार नहीं बनता है। हम टेक्नॉलोजी को बढ़ाकर वोटिंग को बढ़ा सकते हैं। इससे यूथ का जुड़ाव मतदान की तरफ बढ़ेगा।
जीतो यूथ विंग के सचिव आसोतरा निवासी अक्षय बागरेचा ने कहा, मतदाताओं के प्रति यदि जागरुकता बढ़ाई जाएं तो निश्चित ही मतदान प्रतिशत बढ़ सकता है। इसके साथ ही तकनीकी को काम में लेते हुए कोई वोट देने के लिए यदि बूथ पर नहीं पहुंच सकें तो उन्हें ऑनलाइन मतदान का अधिकार दिया जाना चाहिए।
जीतो यूथ विंग के सचिव सोजत रोड निवासी नमन जैन ने कहा, स्कूल एवं कॉलेज स्तर से ही मतदान की महत्ता के बारे में जानकारी दी जानी चाहिए। कई बार देखने में आता हैं कि बुजुर्ग जो चल-फिर नहीं सकते या दिव्यांग भी मतदान स्थल पर जाकर मताधिकार का उपयोग करते हैं। हमें उनसे सीख लेनी चाहिए।