अंधकार आते ही मनुष्य की छाया भी उसका साथ छोड़ देती है-साध्वी भव्यगुणा और साध्वी शीतल गुणा के प्रवचन[typography_font:14pt;” >सिंगनहल्ली-धारवाड गुजरात शंखेश्वर महातीर्थ में आयोजित प्रतिष्ठा महोत्सव में अपनी निश्रा प्रदान करने संबंधित बेंगलूर से उग्र विहार करते हुए हुब्बल्ली होते हुए साध्वीवृंद आज मेहता फार्म हाउस पधारी। साध्वी भव्यगुणा ने कहा कि विहार धाम बनाना पुण्यानुबंधी पुण्य का कार्य है। स्वाध्याय साधना और संयम की मस्ती में प्रसन्नता का अनुभव करने का नैसर्गिक वातावरण अति सुंदर है। मन मस्त, तन स्वस्थ, और चित्त प्रसन्न हो जाता है। साध्वी शीतल गुणा ने कहा कि मनुष्य की परछाई उसका साथ सिर्फ तब तक देती है जब तक वह धूप में चलता है। अंधकार आते ही मनुष्य की छाया भी उसका साथ छोड़ देती है। अगर साथ चाहिए तो उस परमपिता परमात्मा का साथ लो जो आपके साथ सदैव है। चाहे कोई भी अवस्था हो कोई भी समय हो वो आपके साथ सदा है। यही परम सत्य है। परमात्मा को अपना बना लो और खुद उनके बन जाओ। पारस भंसाली ने बताया कि साध्वीवृंद गुरुवार तक बेलगवी पहुंचने की संभावना है।……………………………………………