कलयुग में भी होगा भगवान विष्णु का जन्म, पुराणों में मिलें खास संकेत साल 1901 में अमरीका के डॉर्चेस्टर में आत्मा को लेकर एक प्रयोग किया गया था। जिसमें डॉ. डंकन मैक डॉगल ने अपने चार अन्य साथी डॉक्टर्स के साथ इस प्रयोग को किया था। इस प्रयोग (experiment) में ऐसे 5 पुरुष और एक महिला मरीज को शामिल किया गया था जिनकी हालत गंभीर थी। इनकी मृत्यु होने से पहले ऐसे मरीजों का वजन लिया गया था। इसके बाद इन्हें खासतौर पर डिजाइन किए गए फेयरबैंक्स वेट स्केल (weight scale) पर रखा गया था।
मरीज की जान गई वेइंग स्केल की बीम नीचे गिर गई। इससे पता चला कि उसका वजन करीब तीन चौथाई आउंस कम हो गया है। ऐसा अन्य तीन मरीजों के साथ भी हुआ। हालांकि बाद में मशीन के खराब हो जाने के कारण बाकी दो को टेस्ट नहीं किए जा सके। इससे साबित हो गया कि व्यक्ति के शरीर में आत्मा का वजन 21 ग्राम होता है।