इन तस्वीरों के जरिए आप समझ सकते हैं कि बीजेपी के लिए अपने दोनों नेताओं को खोना कितना दुखद है।
सुषमा स्वराज और अरुण जेटली दोनों ही बीजेपी के सीनियर नेता थे।
जहां सुषमा स्वराज ने मोदी सरकार में साल 2014 में विदेश मंत्रालय का भार संभाला था, तो वहीं जेटली ने वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाली थी।
इन दोनों ही नेताओं ने इस साल हुए लोकसभा चुनाव में लड़ने से तबीयत का हवाला देते हुए मना कर दिया था।
सुषमा स्वराज लोगों की मदद के लिए हर समय तैयार रहती थी। वहीं जेटली ने नोटबंदी के समय अहम भूमिका निभाई थी।