इटारसी। ट्रेन के कोच में कॉकरोच और चूहे। इतना ही नहीं ज्यादातर कोच के पंखे बंद। यह हाल है हरदा, बानापुरा, इटारसी होते हुए बैतूल जाने वाली भुसावल-नागपुर इंटरसिटी ट्रेन का। इसी तरह के हालात इटारसी से भुसावल जाने वाली पैसेंजर ट्रेन का भी है। 51188 कटनी भुसावल पैसेंजर का इटारसी से शाम 6.45 बजे चलने का समय है।
नियमित रेलयात्री महासंघ के अध्यक्ष विनीत राठी ने बताया कि पैसेंजर ट्रेनों में तो पंखे और लाइटें खराब ही रहती है। इनका मेंटनेंस करना चाहिए।
जिससे यात्रियों को असुविधा का सामना नहीं करना पड़े। रेलवे द्वारा सुपर और एक्सप्रेस ट्रेनों में तो सुविधा दी जाती है, लेकिन पैसेंजर ट्रेनों की ओर अनदेखी करते हैं। जिसमें ज्यादातर आम आदमी ही सफर करता है, शायद इसलिए इन ट्रेनों में ओर कम ही ध्यान दिया जाता है।
मूलभूत सुविधाओं से जूझ रही इन पैसेंजर ट्रेनों में न तो ठीक तरह से पंखे चलते और न ही लाइटें जलती है,ऐसे में जनता करें तो क्या। पैसेंजर ट्रेन में सफर करने वाले यात्री मनीष सिसौदिया का कहना है कि केंद्र सरकार ने पैसेंजर ट्रेनों का किराया तो बढ़ा दिया, लेकिन सुविधा की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जाता। ऐसे में आम यात्री परेशान होता है।
22111 भुसावल-नागपुर इंटरसिटी
भुसावल के रास्ते ट्रेन प्लेटफार्म नम्बर एक पर आई। इसमें बैठे यात्री गर्मी से परेशान थे। कोच में लगे पंखों की तरफ नजर दौड़ाई तो कई पंखे खराब थे। इधर, कोच में कॉकरोच और चूहे भी दौड़ते नजर आए, यात्री कहने लगे देखना बैग में खाने-पीने की चीजें तो नहीं है।
51188 इटारसी-भुसावल पैसेंजर
प्लेटफार्म पर खड़ी इटारसी-भुसावल पैसेंजर के सभी कोचों में लाइट बंद थी। ट्रेन में सवार यात्री अंधेरे में बैठे थे। यात्री दीपक ने कहा कि हम तो रोज इटारसी से हरदा जाते हैं। ट्रेन चलने के बाद ही लाइटें व पंखे चलते है। जिससे यात्रियों को अंधेरे में सफर करना पड़ा।
इनका कहना है…. -नागपुर-भुसावल इंटरसिटी तीन डिवीजनों के बीच चलने वाली ट्रेन है। इसके मेंटनेंस के लिए पत्राचार करेंगे। ट्रेनों के मेंटनेंस के लिए शेड्यूल तय है। जिसके मुताबिक मेंटनेंस किया जाता है।
आईए सिद्दीकी, पीआरओ रेल मंडल भोपाल Hindi News/ Hoshangabad / नागपुर-भुसावल और इटारसी-भुसावल पैसेंजर का हाल.. कोच में कॉकरोच, फैली गंदगी, यात्री परेशान