प्रयोग: गोंद कतीरा गर्म और ठंडे दोनों मौसम में प्रभावशाली है। एक दिन में इसकी अधिकतम 3-4 ग्राम की मात्रा ली जा सकती है। इसेे रात में भिगोकर सुबह दूध, शर्बत और आइसक्रीम में मिलाकर प्रयोग कर सकते हैं। इसे तलकर व भूनकर, लड्डू और मिठाई में डालकर भी इस्तेमाल किया जा सकता है। यह आपको पास की पंसारी की दुकान से मिल जाएगा।
लाभ: खांसी, दस्त, पसीना, लू लगना ,खुश्की, ज्यादा प्यास लगने पर, हाथ और पांव व पेशाब में जलन होने पर यह काफी उपयोगी होता है। थकान, कमजोरी, गर्मी की वजह से चक्कर आना, उल्टी और माइग्रेन जैसी समस्याओं में भी गोंद कतीरा काफी फायदेमंद होता है।
डॉ. मनोज गुप्ता डूमोली, आयुर्वेद विशेषज्ञ
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
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