एंग्जाइटी के सामान्य लक्षण-
एंग्जाइटी कोई बीमारी नहीं है, बल्कि यह एक शारीरिक, भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक स्थिति है। इसके लक्षणों में बेचैनी, घबराहट, ठीक से नींद ना आना, धड़कनों का अनियमित चलना, कमजोरी, सुस्ती, सांस लेने में परेशानी, शरीर में झुनझुनाहट, चिंता विषय के अलावा किसी और चीज पर मन ना लगना अथवा पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
1. योग तथा व्यायाम
योग और व्यायाम आपको मानसिक और शारीरिक दोनों रूप से स्वस्थ रखने के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। एंग्जाइटी को कम करने के लिए भी नियमित रूप से योगाभ्यास करना किसी दवा से कम नहीं है। यह दिमाग की नसों को शांत करके आपको मानसिक शांति पहुंचा सकता है। साथ ही इसका प्रभाव अल्पकालिक नहीं होता, बल्कि योग और कसरत करने से आप कई घंटों तक चिंता से राहत पा सकते हैं।
2. एरोमाथेरेपी
एंग्जायटी के लक्षणों को कम करने में एरोमाथैरेपी भी बहुत फायदेमंद हो सकती है। क्योंकि एरोमाथैरेपी आपके दिमाग के कुछ रिसेप्टर्स को सक्रिय करके एंग्जाइटी के लक्षणों को कम करने में सहायक होती है। लेवेंडर, कैमोमाइल तथा चंदन की खुशबू वाली एरोमाथैरेपी थेरेपी इस समस्या को कम करने में फायदेमंद हो सकती है।
3. मदिरापान ना करें
कुछ लोग चिंता अथवा तनाव आदि से छुटकारा पाने के लिए धूम्रपान और मदिरापान को जरिया बना लेते हैं। हालांकि यह चिंता कुछ देर के लिए शांत हो सकती है, परंतु बार-बार मदिरापान करने से आपका स्वास्थ्य बिगड़ सकता है और आपको शराब की लत लग सकती है। जिससे आपके दिमाग की नसें और भी ज्यादा उत्तेजित हो सकती हैं।
4. सैर कर सकते हैं
सैर करना भी आपकी इस समस्या में आराम पहुंचा सकता है। जब कभी भी एंग्जायटी अटैक आए तो इसे रोकने के लिए आप एक ही जगह पर बैठने के बजाय सैर पर निकल सकते हैं। इसके लिए आप किसी खुली जगह या बाग बगीचे में जा सकते हैं। इसे आपका दिमाग चिंता वाले विषय से हटकर अन्य चीजों पर लग सकेगा।