हालिया शोध में सामने आया कि प्रकृति के बीच चंद पल गुजारना कितना लाभदायक होता है। ब्रेन, बिहेवियर एंड इम्युनिटी जर्नल में प्रकाशित हुई स्टडी में खुलासा किया गया है कि प्रकृति के बीच शांति से बिताया गया कुछ समय आपको कई बीमारियों से दूर रख सकता है। इससे दिल और डायबिटीज की बीमारी का जोखिम कम होता है। वहीं, इन्फ्लेमेशन यानी सूजन से भी राहत दिलाता है। अमेरिका के कॉरनेल यूनिवर्सिटी के मनोविज्ञान विभाग में प्रोफेसर व शोध दल का नेतृत्व करने वाले एंथनी ओंग कहते हैं कि यह शोध बताता है कि प्रकृति का आनंद लेते हुए हम कैसे सूजन से जुड़ी दिल और डायबिटीज जैसी बीमारियों से बचाव या उसके जोखिम को कम कर सकते हैं। स्टडी करने वाले ग्रुप ने इसके लिए 1,244 प्रतिभागियों को शामिल किया।
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रात में नींद पूरी हुई या नहींबता देगी आपकी चाल! सुबह जिस तरह से हमारे कदम पड़ते हैं, उससे यह पता चल जाता है कि रात में नींद पूरी हुई या नहीं। एक स्टडी में इस बात का खुलासा किया गया है। अमरीका के जॉर्ज मेसन विश्वविद्यालय में इस बारे में एक स्टडी की गई। इस स्टडी पर आधारित रिपोर्ट जर्नल स्लीप साइंस में प्रकाशित की गई है। शोधकर्ताओं ने इसमें खुलासा किया है कि अगर किसी की रात में नींद पूरी नहीं हुई है, तो अगले दिन उसकी चाल बदली हुई होती है। कदम समान रूप से नहीं पड़ते हैं। कदमों के बीच पूरा तालमेल नहीं रहता है। कूल्हे ज्यादा हिलते हैं। मोशन सेंसर लगाकर यह स्टडी की गई। स्टडी में शामिल लोगों के शरीर में मोशन सेंसर लगाया गया था। सेंसर और ऑर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआइ) तकनीक का इस्तेमाल कर शोधकर्ताओं ने ये नतीजे निकाले। बहरहाल हर रात 7 से 8 घंटे की अच्छी नींद लेना बेहद जरूरी है। उम्र के आधार पर नींद की अवधि अलग-अलग होती है। नींद पूरी न होने से केवल चाल ही प्रभावित नहीं होती, बल्कि कई अन्य मानसिक और शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।