इस अध्ययन में वैज्ञानिकों ने लगभग 1,50,000 व्यक्तियों की जानकारी को विश्लेषित किया और उनमें से कुछ व्यक्तियों को डिमेंशिया (dementia) के लिए विचार किया। इस अध्ययन के परिणामस्वरूप, लंबे समय तक बैठकर काम करने वाले या घर पर ही बैठे रहने वाले लोगों में डिमेंशिया के खतरे में वृद्धि पाई गई है।
डिमेंशिया (dementia) एक जानलेवा बीमारी है जिसमें व्यक्ति की मानसिक स्वास्थ्य कमजोर होती है और वे रोजमर्रा के कामों को भूलने लगते हैं। यह अध्ययन यह सुझाव देता है कि हमें अपने दिन के कुछ समय को बैठकर न बिताने का प्रयास करना चाहिए और नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए।
अध्ययन के प्रमुख फिंडिंग्स में से एक यह है कि बैठकर काम करने वालों के डिमेंशिया (dementia) के खतरे को कम करने के लिए व्यायाम और शारीरिक गतिविधियों को अपने दिन का हिस्सा बनाना अत्यंत महत्वपूर्ण हो सकता है। आधिकारिक तौर पर, व्यक्तियों को रोजमर्रा के लिए कम से कम 30 मिनट तक किसी भी प्रकार की शारीरिक गतिविधि करने की सलाह दी जाती है।
इसके अलावा, आपको अपने काम के दौरान ठीक से व्यायाम करने के लिए समय समय पर आवश्यक उठकर चलने और तंत्रिका क्यू सीटों का प्रयोग करने की सलाह भी दी जाती है। डिमेंशिया (dementia) का खतरा कम करने के लिए यह अध्ययन एक महत्वपूर्ण संकेत प्रदान करता है कि हमें अपने जीवनशैली में सकारात्मक परिवर्तन करने की आवश्यकता है। लंबे समय तक बैठकर काम करने के बजाय, हमें नियमित रूप से व्यायाम करने और अपने दिन को एक सक्रिय तरीके से बिताने का प्रयास करना चाहिए।
इस अध्ययन के परिणामस्वरूप हम सभी को अपने स्वास्थ्य का खास ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि हम डिमेंशिया और अन्य जीवनशैली संकटों से बच सकें। आपके स्वास्थ्य का सबसे अच्छा रखभाल हमेशा प्राथमिकता बनना चाहिए।