इन कारणों से भी घटता है एमिनॉटिक फ्लूड
गर्भ में एमिनॉटिक फ्लूड कम होने के कई दूसरे भी कारण हो सकते हैं जैसे बच्चे को कोई जन्मजात बीमारी, किडनी में परेशानी, गर्भस्थ शिशु के यूरिनरी ट्रैक में रुकावट या फिर प्लेसेंटा में कोई समस्या है। इसके साथ ही कई बार महिला का पानी असमय डिस्चार्ज से भी एमिनॉटिक फ्लूड का लेवल कम हो जाता है।
ऐसे पहचानें शरीर में पानी की कमी
पानी की कमी को आसानी से पहचाना जा सकता है। अगर गर्भवती का यूरिन पीला या कम मात्रा में हो रहा है तो समझें कि शरीर में पानी की कमी हो रही है। ऐसी स्थिति में पानी अधिक पीएं। शरीर में पानी की कमी से शरीर और सिर में दर्द व ऐंठन की समस्या भी होने लगती है। लेकिन कई बार पीलिया के कारण भी यूरिन पीला आ सकता है। इसलिए अपने डॉक्टर को इस बारे में जरूर बताएं ताकि कोई दूसरी परेशानी न हो।
बच्चे के लिए क्यों जरूरी एमिनॉटिक फ्लूड
यह बच्चे के सम्पूर्ण विकास और सुरक्षा के लिए जरूरी है। इसकी कमी से शिशु का विकास प्रभावित हो सकता है। इसकी ज्यादा कमी होने पर कई बार डॉक्टर समय से पहले डिलीवरी की सलाह देते हैं। यह फ्लूड एंटीबॉडीज की तरह काम करता है जिससे गर्भस्थ शिशु को संक्रमण से बचाव होता है। अल्ट्रासाउंड जांच से इसका पता लगाते हैं। सामान्य रूप से गर्भवती में एमिनॉटिक फ्लूड लेवल 8-18 सेमी के बीच होता है।
पानी व अन्य तरल लेते रहें
गर्मी में गर्भवती को तीन लीटर से अधिक पानी पीना चाहिए। पानी का स्वाद अच्छा नहीं लगता है तो उसमें नींबू का रस, पुदीना, सौंफ, धनिया मिलाकर स्वाद बदल सकती हैं। नारियल पानी पी सकती हैं। घर बना जलजीरा या आम पना लिया जा सकता है। अगर पानी साफ नहीं है तो उबालकर पीएं। कई बार अधिक पानी पीने से भी परेशानी होती है।
कॉफी से यूरिन अधिक
फलों का रस पीना ठीक रहता है लेकिन ज्यादा न लें। इनमें कैलोरी अधिक होती है। सॉफ्ट ड्रिंक्स और चाय-कॉफी तो बिलकुल ही न लें। इससे यूरिन अधिक बनता है और शरीर का तरल बाहर निकलता है।
ये फल खा सकते हैं
गर्भावस्था में संतरा, मौसमी, नींबू, कीवी, अनार, आड़ू, खुबानी और आलूबुखारा आदि फल खाएं। इनसे ताजगी मिलती है। गर्मी में अंगूर, खीरा, टमाटर, तरबूज, मूली, पालक, सेब आदि ले सकती हैं।
डॉ. जया चौधरी, वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ, महात्मा गांधी अस्पताल, जयपुर
डॉ. प्रियंका रहारिया, स्त्री रोग विशेषज्ञ, महिला चिकित्सालय, जयपुर