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स्वास्थ्य

Care during pregnancy: मिसकै रिज का रिस्क होगा कम, खानें में इन्हें करें शामिल

खानपान का काफी असर गर्भ में पल रहे शिशु पर पड़ता है, इसलिए गर्भवती खाद्य पदार्थों का चयन सावधानी से करें। कई ऐसे आहार होते हैं जो जेनेटिक डिफेक्ट, यूट्रस के बनावटी विकार, गर्भाशय मुख को कमजोर करने या फिर संक्रमण को बढ़ावा देते हैं। इसलिए हो सकता है तो इसके बारे में अपने स्त्री रोग विशेषज्ञ से भी बात जरूर कर लें।

Dec 11, 2023 / 03:56 pm

Jaya Sharma

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ताजे फल: ताजे फल जैसे तरबूज, सेब, नाशपाती, अनार, आम, सन्तरे को आहार में शामिल करें। इनमें फोलिक एसिड, विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं जो प्रेग्नेंसी में मदद करते हैं।

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डेयरी प्रोडक्ट: सामान्य व्यक्ति की तुलना में गर्भवती महिलाओं को डेयरी प्रोडक्ट का ज्यादा सेवन करना चाहिए। दही, दूध, घी, पनीर इत्यादि गर्भ में पल रहे शिशु के विकास के लिए बहुत जरूरी होता है। ये प्रोटीन और कैल्शियम की जरूरतों को पूरा करता है। इसलिए प्रेग्नेंट महिलाएं अपनी डाइट में हर तरह के डेयरी प्रोडक्ट को ज्यादा शामिल करें। जो नॉनवेज खाते हैं वे अंडा ले सकते हैं।

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हरी पत्तेदार सब्जियां: हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, चुकंदर, फलियां, मेथी, बथुआ, धनिया, पुदीना आदि का उपयोग करें। इनमें आयरन की मात्रा ज्यादा होती है। ये मां और शिशु दोनों के लिए सही रहता है।

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रिच एंटीऑक्सीडेंट: इसके अतिरिक्त ऐसे फूड आइटम जिनमें एंटीऑक्सीडेंट तत्त्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जैसे टमाटर, ब्लूबेरीज, करौंदा इत्यादि भी गर्भपात से बचाव में बेहद मददगार हैं।

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