स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार
यह साझेदारी देशभर में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को बढ़ाने के लिए अहम साबित होगी। श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के अनुसार, ईएसआईसी के माध्यम से मिलने वाली सुविधाओं से 14.43 करोड़ लाभार्थी और उनके परिवारों को बेहतर चिकित्सा लाभ मिलेंगे। यह कदम देशभर में स्वास्थ्य सेवा की पहुंच को मजबूत करेगा और इलाज की गुणवत्ता में सुधार करेगा।सभी लाभार्थियों को मिलेगा लाभ
ईएसआईसी (ESIC) के महानिदेशक अशोक कुमार सिंह ने इस योजना के शुरू होने के बाद 30,000 से अधिक एबी-पीएमजेएवाई सूचीबद्ध अस्पतालों में सेकेंडरी और टर्शरी चिकित्सा सेवाओं का लाभ मिलने की जानकारी दी। सबसे खास बात यह है कि इन सेवाओं का उपयोग करने पर इलाज की लागत पर कोई वित्तीय सीमा नहीं होगी।सामर्थ्य और पहुंच में वृद्धि
यह पहल लाभार्थियों के लिए न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की सामर्थ्य को बढ़ाएगी, बल्कि चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता में भी वृद्धि करेगी। इस स्कीम में देशभर के चैरिटेबल अस्पतालों को भी शामिल किया जाएगा, जिससे आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को भी उपचार की सुविधा मिलेगी।किसे मिलेगा फायदा?
ईएसआईसी (ESIC) योजना के तहत लाभ पाने वाले कर्मचारियों और उनके परिवारों को पूरे भारत में उपलब्ध 30,000 से अधिक अस्पतालों में उपचार की सुविधा मिलेगी। इसके अलावा, चैरिटेबल अस्पतालों की भी सूची तैयार की जाएगी, जिससे अधिक लोगों को इलाज की सुविधा मिलेगी।ईएसआईसी योजना का विस्तार
केंद्र सरकार की यह पहल स्वास्थ्य सेवा के विस्तार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। वर्तमान में, ईएसआईसी (ESIC) योजना 165 सरकारी अस्पतालों, 1,590 डिस्पेंसरी और लगभग 2,900 निजी अस्पतालों के साथ कार्य कर रही है। इसके साथ ही, पिछले 10 वर्षों में यह योजना देश के 788 जिलों में से 687 जिलों तक पहुंच चुकी है। आगे की दिशा ईएसआईसी (ESIC) योजना और आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Scheme) के एकीकरण से पूरे देश में चिकित्सा देखभाल का दायरा और व्यापक होगा। यह कदम उन जिलों तक भी स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाएगा, जहां अभी तक यह योजना नहीं लागू हुई थी। इससे भारत के हर कोने में स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाई जा सकेंगी।
इस पहल से 14.43 करोड़ लोगों के जीवन में बदलाव आएगा और उन्हें सस्ती, गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलेगा, जो उनके आर्थिक बोझ को कम करेगा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक नई उम्मीद जगाएगा।