एंग्जाइटी के लक्षण और एंग्जाइटी दूर करने के प्राकृतिक उपाय
1. डायबिटीज के मरीजों के लिए
कोकोनट मिल्क में पाए जाने वाले एंटीडायबिटिक गुणों के कारण इसका सेवन डायबिटीज के रोगियों के लिए फायदेमंद हो सकता है। एक शोध के अनुसार, नारियल दूध ग्लूकोज और इंसुलिन के स्तर को कम करने में सहायक हो सकता है। यही नहीं कोकोनट मिल्क डायबिटीज के कारण पैंक्रियास को जो नुकसान पहुंचता है उसमें भी फायदेमंद हो सकता है।
2. हृदय को रखे स्वस्थ
शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने से हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है। अतः हृदय को स्वस्थ बनाए रखने के लिए बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को घटाना आवश्यक होता है। एक अध्ययन की मानें तो लैरिक एसिड कोकोनट मिल्क का सेवन रक्त में बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को घटाकर गुड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ाने में मदद कर सकता है। अतः अपने बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने और स्वस्थ हृदय के लिए कोकोनट मिल्क के सेवन के फायदे देखे जा सकते हैं।
3. सनबर्न से दिलाए आराम
सूरज की हानिकारक यूवी किरणों से त्वचा को बहुत नुकसान पहुंचता है। साथ ही धूप के अधिक संपर्क में आने से सनबर्न की समस्या भी हो जाती है। ऐसे में सनबर्न की समस्या से छुटकारा पाने के लिए कोकोनट मिल्क का इस्तेमाल किया जा सकता है। क्योंकि कोकोनट मिल्क में सूजन और लालिमा को कम करके सनबर्न से आराम दिलाने के गुण पाए जाते हैं। इसके लिए आप एक कटोरी में ठंडे कोकोनट मिल्क को लेकर इसे कॉटन बॉल की मदद से प्रभावित भाग पर लगाकर करीबन 20 मिनट के लिए छोड़ दें। इसके बाद सादा पानी से त्वचा को साफ कर लें।
कोकोनट मिल्क के नुकसान-
1. पाचन में गड़बड़ी
फाइबर की पर्याप्त मात्रा मौजूद होने के कारण कोकोनट मिल्क का अधिक सेवन पाचन में गड़बड़ी का कारण बन सकता है। आहार में कोकोनट मिल्क की अधिक मात्रा शामिल करने से आपको गैस अथवा दस्त की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
2. वजन बढ़ने का कारण
कोकोनट मिल्क में उच्च मात्रा में संतृप्त वसा और कैलोरी पाई जाती है, जिसके कारण इसका अधिक सेवन आपके वजन को बढ़ा सकता है।
3. एलर्जी की समस्या
जिन लोगों को ट्री नट्स से एलर्जी की समस्या है उन्हें कोकोनट मिल्क का सेवन करने से पहले चिकित्सक से सलाह अवश्य ले लेनी चाहिए। क्योंकि इससे आपको रैशेज या खुजली की समस्या हो सकती है।