सीढ़ी चढ़ने या दौड़ने पर सांस का फूलना सामान्य बात है, लेकिन अगर बैठे-बैठे, दो कदम चलने पर सांस फूलने लगती है तो इसके पीछे चलिए जानें क्या कारण हो सकते हैं। सांस फूलने की वजह- cause of shortness of breath
1. फेफड़ों का सही तरीके से काम न करना
फेफड़ों में जब भी दिक्कत होगी सांस की परेशानी पैदा होगी। फुफ्फुसीय एडिमा और तपेदिक और अब कोरोना संक्रमण के कारण फेफड़ों में दिक्कत आने लगी है। इससे सांस लेने में परेशानी की वजह हो सकती है। इन सारी बीमारियों के कारण श्वांस नीली या तो सूज जाती है या कफ से भर जाती है, इससे सांस लेना मुश्किल होने लगता है।
फेफड़ों में जब भी दिक्कत होगी सांस की परेशानी पैदा होगी। फुफ्फुसीय एडिमा और तपेदिक और अब कोरोना संक्रमण के कारण फेफड़ों में दिक्कत आने लगी है। इससे सांस लेने में परेशानी की वजह हो सकती है। इन सारी बीमारियों के कारण श्वांस नीली या तो सूज जाती है या कफ से भर जाती है, इससे सांस लेना मुश्किल होने लगता है।
2. हार्ट पर अतिरिक्त प्रेशर पड़ना
अगर शरीर में सही तरीके से ब्लड सर्कुलेशन नहीं होता है तो फिर हार्ट पर प्रेशर पड़ता है इससे भी सांस फूलती है। कई बार दिल की बीमारियों में भी सांस लेने में तकलीफ होती है।
अगर शरीर में सही तरीके से ब्लड सर्कुलेशन नहीं होता है तो फिर हार्ट पर प्रेशर पड़ता है इससे भी सांस फूलती है। कई बार दिल की बीमारियों में भी सांस लेने में तकलीफ होती है।
3. तनाव का गंभीर स्तर
स्ट्रेस और एंजाइटी अटैक की स्थिति में भी सांस का फूलना देखा जाता है। सांस फूलना, सीने में जकड़न या बहुत आसानी से थक जाना सीवियर स्ट्रेस के ही लक्षण है।
स्ट्रेस और एंजाइटी अटैक की स्थिति में भी सांस का फूलना देखा जाता है। सांस फूलना, सीने में जकड़न या बहुत आसानी से थक जाना सीवियर स्ट्रेस के ही लक्षण है।
4. कोलेस्ट्राल ही नहीं, वेट और थायरॉयड का बढ़ना
बेड कोेस्ट्रॉल, हैवी वेट और थायरॉयड के कारण भी सांस फूलती है। ये सारी ही बीमारियों हार्ट पर दबाव डालती हैं, इससे थकान और सांस लेना मुश्किल होता है।
बेड कोेस्ट्रॉल, हैवी वेट और थायरॉयड के कारण भी सांस फूलती है। ये सारी ही बीमारियों हार्ट पर दबाव डालती हैं, इससे थकान और सांस लेना मुश्किल होता है।
5. ब्रोंकाइटीस या एलर्जी
ब्रोंकाइटीस या किसी प्रकार की एलर्जी भी सांस की तकलीफ का कारण बन सकती है। आप जिस वातावरण में हैं, उसके किसी पदार्थ से एलर्जी होने से आपके वायुमार्ग पर असर पड़ सकता है, जिसके परिणामस्वरूप सांस लेने में तकलीफ हो सकती है. सांस लेने में तकलीफ के अलावा आपको खांसी, घरघराहट और सीने में जकड़न भी महसूस हो सकती है।
ब्रोंकाइटीस या किसी प्रकार की एलर्जी भी सांस की तकलीफ का कारण बन सकती है। आप जिस वातावरण में हैं, उसके किसी पदार्थ से एलर्जी होने से आपके वायुमार्ग पर असर पड़ सकता है, जिसके परिणामस्वरूप सांस लेने में तकलीफ हो सकती है. सांस लेने में तकलीफ के अलावा आपको खांसी, घरघराहट और सीने में जकड़न भी महसूस हो सकती है।
6. गैस का बनना
अगर पेट गैस से फूला रहता है तो भी सांस फूल सकती हीै। कई बार लिवर की खराबी से पेट अत्यधिक फूल जाता है। इससे सांस लेने में भी दिक्कत होती है।
अगर पेट गैस से फूला रहता है तो भी सांस फूल सकती हीै। कई बार लिवर की खराबी से पेट अत्यधिक फूल जाता है। इससे सांस लेने में भी दिक्कत होती है।
डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।