बुखार, सर्दी, खांसी, अस्थमा और एलर्जी से पीड़ित श्रद्धालुओं को कोविड के नए मामलों के चलते मंदिर दर्शन से बचने की सलाह दी गई है. श्री बांके बिहारी मंदिर के प्रबंधक, मनीष शर्मा ने कहा, “कई राज्यों में कोविड के मामले फिर बढ़ रहे हैं और इसे रोकने की जिम्मेदारी हम सभी की है. मंदिर दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु मास्क पहनें और स्वास्थ्य विभाग के दिशानिर्देशों का पालन करें. मंदिर प्रबंधन ने 60 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों, बच्चों और बीमार श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए न लाने की अपील भी की है.”
मंदिर प्रबंधन ने श्रद्धालुओं से यह भी आग्रह किया है कि अगर उन्हें कोविड के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत टेस्ट करवाएं. शर्मा ने कहा, “नए साल के समय में मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ जाती है. भीड़-भाड़ को नियंत्रित करने के लिए स्थानीय प्रशासन और पुलिस के साथ मिलकर जरूरी प्रयास किए जा रहे हैं. मंदिर आने वाले श्रद्धालु ज्यादा देर तक न रुकें.”
आपको बता दें कि भारत में एक बार फिर से कोविड के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है. सरकार ने अलर्ट किया है, लेकिन राज्यों में टेस्टिंग कम हो रही है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि बड़े पैमाने पर टेस्टिंग न हो पाना भले ही मुश्किल हो, लेकिन इससे हमें पता चल सकेगा कि देश में हो रही सांस की बीमारियों का असली कारण क्या है.
JN.1 क्या है? JN.1, ओमिक्रॉन वेरिएंट का ही नया रूप है. यह अगस्त में पहली बार देखा गया था और अब तक 41 देशों में फैल चुका है. तेजी से फैलने के कारण WHO ने इसे ‘वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ (VOI) घोषित किया है.
(आईएएनएस)