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कोरोना काल में पत्तियों पर निखारी कला
कोरोना काल में कई बार साधन नहीं मिलने के कारण सतीश अलग-अलग माध्यम का सहारा लेकर आर्ट बना रहे हैं। इन दिनों वह लीफ आर्ट पर काम कर रहे हैं। इसमें पत्तियों पर आकृतियां बना रहे हैं। वे अब तक भगत सिंह, राधा रानी, भगवान शिव, गौतम बुद्ध, और सोनू सूद सहित कई लोगों के चित्र पत्ते पर उकेर चुके हैं। उन्होंने भारतीय सेना और पर्यावरण दिवस को भी इस कला में जगह दी। भगवान शिव का लीफ आर्ट कुछ ही दिनों में 6 करोड़ लोग इंस्टाग्राम पर देख चुके।
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ऐसे शुरू हुआ सिलसिला
खेती किसानी के परिवार से आने वाले गुर्जर की चित्रकारी का यह सिलसिला 2018 में शुरू किया, तब वह पेंसिंल की नोंक से चित्रकारी करते थे। 1 मार्च 2020 में 100 लोगों के साथ मिलकर राजबाड़ा का चित्र फटी जींस बनाया था। खेती और कॉलेज में पढ़ाने के साथ समय निकालकर अब भी यह सिलसिला लगातार जारी है।
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नवाचार का दूसरा नाम हैं सतीश
– घर की छत पर 800 स्क्वायर फीट में अनाज से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पोट्रेट बनाया। 60 किलो चना, 25 किलो गेहूं, 20 किलो चावल, 2 किलो मटर और 1 किलो काले तिल का उपयोग किया।
– शिवाजी जयंती पर काले तिल, सफेद तिल और मसूर दाल से 4*3 के डैशबार्ड पर डिजाइन किया।
– 15 अगस्त को 16000 कीलों से भगत सिंह के साथ सुखदेव और राजगुरु के चित्र लोहे की कील से बनाए। इसे शहीदों की गैलरी में रखा गया।
– पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम की 89 वीं जयंती पर 1500 वर्गफीट में उनका पांच क्विंटल अनाज से उनका चित्र बनाया। इसे विश्व पुस्तक रिकॉर्ड में चुना गया।
– स्वामी विवेकानंद जयंती पर 8000 वर्ग फीट में 9 प्रकार के 52 क्विंटल अनाज से 3 दिन में स्वामी विवेकानंद का विशाल चित्र बनाया, जिसे विश्व पुस्तक रिकॉर्ड में शामिल किया।
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