बबलू ने पत्रिका से बातचीत की
बबलू ने पत्रिका की टीम को बताया कि उन्होंने 6 फरवरी को सुबह 10:00 से 11:00 के बीच जब वह मगरधा से 35 किमी दूर खाना खा रहे थे तब एक के बाद एक कई धमाके सुनाई दिए। उन्हें लगा की कहीं ब्लास्ट हुआ है। कुछ देर बाद उनके ससुराल पक्ष से फोन आया कि पटाखा फैक्ट्री में धमाके हुए और उनकी सास बसंती बाई परमाल, बड़ी सास मीना और अन्य को अस्पताल में भर्ती कराया है जल्दी आ जाओ, तभी से वह हरदा आए हैं।
आगे पत्रिका से बातचीत में उन्होंने बताया कि बसंती बाई, बड़ी सास मीना और मीना की बेटी कोमल को इंदौर में भर्ती के लिए रेफर कर दिया था। जबकि साले मोहन और हेमराज परमाल हरदा में भर्ती है। प्रशासन के लोग किसी तरह से कोई सुनवाई नहीं कर रहे हैं और भर्ती परिजनों का हाल भी नहीं ले रहे हैं। इस संबंध में वह स्थानीय अधिकारियों से मिलना चाहते हैं लेकिन कोई भी जिम्मेदार अधिकारी नहीं है।जिससे पीड़ा बयां कर सकें।
बता दें कि, हादसे में फैक्ट्री के आसपास बने 60 घर जल गए हैं। लगभग 100 के आसपास घरों को खाली करा दिया गया है। वहीं फैक्ट्री मालिक राजेश अग्रवाल, सोमेश अग्रवाल और रफीक खान को तकरीबन रात 9 बजे गिरफ्तार कर लिया गया है।