पर्याप्त मात्रा में फास्फोरिक जनित उर्वरक उपलब्ध
कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक योगेश वर्मा ने बताया कि इस बार रबी में लगभग 6.70 लाख हैक्टेयर में बुवाई का लक्ष्य रखा गया है। इसमें से अक्टूबर तक सरसों लगभग 2.50 लाख हैक्टेयर में बिजाई होने का अनुमान है। इसके लिए लगभग 15000-18000 मैट्रिक टन फास्फोरस की आवश्यकता होगी। उन्होंने किसानों को बताया कि एनपीकेएस श्रेणी के उर्वरक, सिंगल सुपर फास्फेट, ट्रिपल सुपर फास्फेट आदि की पर्याप्त व्यवस्था है। नवम्बर माह में गेंहू की बिजाई के लिए भी पर्याप्त मात्रा में फास्फोरिक जनित उर्वरक उपलब्ध है।
कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक योगेश वर्मा ने बताया कि इस बार रबी में लगभग 6.70 लाख हैक्टेयर में बुवाई का लक्ष्य रखा गया है। इसमें से अक्टूबर तक सरसों लगभग 2.50 लाख हैक्टेयर में बिजाई होने का अनुमान है। इसके लिए लगभग 15000-18000 मैट्रिक टन फास्फोरस की आवश्यकता होगी। उन्होंने किसानों को बताया कि एनपीकेएस श्रेणी के उर्वरक, सिंगल सुपर फास्फेट, ट्रिपल सुपर फास्फेट आदि की पर्याप्त व्यवस्था है। नवम्बर माह में गेंहू की बिजाई के लिए भी पर्याप्त मात्रा में फास्फोरिक जनित उर्वरक उपलब्ध है।
इनसे भी अच्छे परिणाम
संयुक्त निदेशक ने बताया कि सामान्यत तीन कट्टे एसएसपी एवं एक कट्टा यूरिया के उपयोग से डीएपी से भी अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं। इसी प्रकार एनपीकेएस श्रेणी के विभिन्न ग्रेड के उर्वरक 6800 टन उपलब्ध है। इनकी निरन्तर आपूर्ति हो रही है। ऐसे में किसी भी प्रकार से भ्रमित नहीं हो।
संयुक्त निदेशक ने बताया कि सामान्यत तीन कट्टे एसएसपी एवं एक कट्टा यूरिया के उपयोग से डीएपी से भी अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं। इसी प्रकार एनपीकेएस श्रेणी के विभिन्न ग्रेड के उर्वरक 6800 टन उपलब्ध है। इनकी निरन्तर आपूर्ति हो रही है। ऐसे में किसी भी प्रकार से भ्रमित नहीं हो।