डकैत गुड्डा गुर्जर पर 3 हत्या, हत्या करने की कोशिश के 5 और डकैती के दर्जनों मामले दर्ज है। लाखों रूपए की फिरौती लेने वाले गुड्डा गुर्जर ने पुलिस के पसीने छुड़ा दिए थे। कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस की संयुक्त टीम ने कार्रवाई कर गुर्जर को सलाखों के पीछे किया था। गुड्डा गुर्जर के खौफ और जेल तक जाने की कहानी जानने के लिए बने रहे इस खबर के साथ।
मुरैना कोर्ट ने इस अपराध पर दी सजा
डकैत गुड्डा गुर्जर ने साल 4 अक्टूबर 2017 में शक के आधार पर एक व्यक्ति को मौत के घाट उतार दिया था। दरअसल गुड्डा गुर्जर को शक था कि बानमोर के पहाड़ी गांव के जाखौदा निवासी जीतेन्द्र गुर्जर ने उसके साथियों को पकड़वाने में पुलिस की मदद की थी। इसी का बदला लेने के लिए गुड्डा ने योजना के तहत जीतेन्द्र को गोली मारी। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। मुरैना कोर्ट ने इसी अपराध पर फैसला सुनते हुए उसे उम्रकैद की सजा दी है।टेरर टैक्स के नाम पर वसूले लाखों रूपए
गुड्डा गुर्जर के अपराधों की लिस्ट में एक नाम टेरर टैक्स का भी जुड़ा है जिसके डम पर उसने लोगों से लाखों-करोड़ों रूपए वसूले। गुड्डा गांवों में फायरिंग करके लोगों को डराता था और टेरर टैक्स के नाम पर सभी से 500-500 रूपए वसूलता था। गुड्डा के शिकार में छोटे मजदूरों से लेकर मोटे रकम रखने वाले कई व्यापारियों के नाम शामिल है। पैसे न देने वाले व्यापारियों और कारखानों के मालिकों के मजदूरों का अपहरण कर गुड्डा अपनी मनचाही रकम वसूल करता था।ये भी पढ़े – मानसून में खिल उठता है भारत के बीचो बीच बसा ये शहर, स्विट्जरलैंड-वेनिस की झीलें इसके आगे फेल!