पांच साल की स्थिति देखी जाए तो हर साल कारोबार में बढ़ोतरी दर्ज हुई है। हर साल कारोबार में हजार करोड़ से अधिक की वृद्धि हो रही है। शहर सहित जिले में पिछले तीन साल में प्रॉपर्टी कारोबार में तेजी आई है। 2020 में 50 हजार 610 दस्तावेज पंजीबद्ध हुए थे। 2022 में इसकी संख्या 62 हजार 810 पर पहुंच गई। 2022 में पांच हजार करोड़ की संपत्ति का विक्रय हुआ था। नए सिटी सेंटर, पुरानी छावनी, बड़ागांव क्षेत्र में बड़ी संख्या में संपत्तियों का विक्रय हुआ। 2023 के वित्त वर्ष में 44 हजार 386 पंजीयन हो गए। वित्त के फरवरी व मार्च में संपत्तियों की बिक्री में सबसे ज्यादा तेजी रहती है, क्योंकि एक अप्रैल से नई कलेक्टर गाइडलाइन होती है।
जिले में पिछले पांच साल के राजस्व की स्थिति
वित्त वर्ष | दस्तावेज | राजस्व |
2018 | 38415 | 352.46 |
2019 | 40702 | 366.39 |
2020 | 50610 | 406.39 |
2021 | 60981 | 532.97 |
2022 | 65862 | 592.83 |
2023 | 44386 | 380.0 |
(राजस्व की राशि करोड़ में है।)
इनका कहना है * पंजीयन में हर साल बढ़ोतरी हो रही है। अक्टूबर तक का जो टारगेट था, उसे हासिल कर लिया है। चुनाव प्रतिबंध खत्म होने की वजह से दो दिन में पंजीयन बढ़े हैं।ये भी पढ़ें: Crime News: डाक विभाग का कर्मचारी निकला मास्टर माइंड, दोस्त के साथ मिलकर एक दर्जन वारदात को दे चुके अंजाम