राजन ने यह बात मतदाता संवाद कार्यक्रम में कही। रविवार को महाराजबाड़ा पर कार्यक्रम हुआ। इसमें संभाग आयुक्त दीपक सिंह, एडीजी डी श्रीनिवास वर्मा, आईजी चंबल सुशांत सक्सेना, कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह, एसएसपी राजेश चंदेल, जिला पंचायत सीईओ विवेक कुमार और स्मार्ट सिटी सीईओ नीतू माथुर मौजूद रहीं। इस अवसर पर मतदाताओं को निर्भीक होकर अधिक से अधिक मतदान करने का संदेश दिया गया ताकि मतदान में ग्वालियर नंबर वन बन सके।
ऑनलाइन वोटिंग क्यों नहीं
ऑनलाइन वोटिंग से संबंधित सुझाव के जवाब में कहा कि इस पर विचार चल रहा है, पर ऑनलाइन व्यवस्था को लागू करने में तमाम चुनौतियां हैं। तमाम बड़े-बड़े विकसित देश भी इस व्यवस्था को अभी लागू नहीं कर पाए हैं। पोलिंग बूथ व्यवस्था में लोग अकेले में और बिना किसी दबाब के अपने मताधिकार का उपयोग करते हैं।
घर से वोट कौन डाल सकेगा
80 साल से अधिक के बुजुर्ग और 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग मतदाताओं को घर से ही वोट डाल सकेंगे। मतदान केन्द्र पर महिला-पुरुषों की अलग-अलग कतार होंगी। इसमें एक पुरुष मतदाता और दो महिलाओं को वोट डालने का अवसर दिया जाएगा। बुजुर्ग व दिव्यांग बिना लाइन में लगे वोट डालने की सुविधा ले सकेंगे।
मजदूरों को छुट्टी और वेतन
एक अन्य सवाल के जवाब में संभागीय आयुक्त ने बताया कि संगठित क्षेत्र के श्रमिक को सवैतनिक अवकाश के साथ वोट डालने की सुविधा मिलेगी। असंगठित क्षेत्र के श्रमिक को भी जिला प्रशासन द्वारा वोट डालने के लिये छुट्टी दिलाई जाएगी।