ग्वालियर पूर्व …भाजपा का दुर्ग
भेदने वाले सतीश को ही मौका कांग्रेस पार्टी ने डॉ. सतीश सिकरवार को दूसरी बार उम्मीदवार बनाया है। वर्तमान में यहां 2020 में भाजपा छोडकऱ कांग्रेस में आए सिकरवार विधायक हैं। सिकरवार ने उपचुनाव में कांग्रेस छोडकऱ भाजपा में गए सिंधिया समर्थक नेता मुन्नालाल गोयल को चुनाव हराया था। दल बदल के फेर में यह सीट कांग्रेस के पास रही। 2008 में भाजपा के अनूप मिश्रा ने कांग्रेस के मुन्नालाल गोयल को हराया था। 2013 में भाजपा की माया सिंह ने फिर से चुनावी मैदान में उतरे मुन्नालाल गोयल को हराया था। 2018 में कांग्रेस के मुन्नालाल गोयल ने कांग्रेस के टिकट पर भाजपा के सतीश सिकरवार को हराया था।
ग्वालियर दक्षिण… सिंधिया के
विरोधी प्रवीण दोबारा मैदान में कांग्रेस पार्टी के नेताओं के विरोध बाद 2018 में चुनाव लड़े प्रवीण पाठक पर कांग्रेस ने फिर दांव खेला है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के विरोधी रहे प्रवीण सुरेश पचौरी के करीबी माने जाते हैं। पार्टी के विरोध और भाजपा में पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता के निर्दलीय चुनाव लडऩे का फायदा प्रवीण को मिला और मात्र 121 वोटों से भाजपा के पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाह को हरा दिया।
भीतरवार…तीन बार के विधायक
लाखन पर चौथी बार फिर भरोसा भितरवार विधानसभा से कांग्रेस ने चौथी बार लाखनसिंह यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है।
– वर्ष 2008 से लगातार लाखनसिंह कांग्रेस से जीतते आ रहे है।
– 2008 में भाजपा से बृजेन्द्र तिवारी को हराया। 2013 में भाजपा से अनूप मिश्रा को, व 2018 में भी अनूप मिश्रा को हराया।
– 2003 में हारे- लाखनसिंह पहली बार कांग्रेस की टिकट पर 2003 में वृजेेन्द्र तिवारी से हार गए थे।
– 1998 में बसपा से भी लाखनसिंह चुनाव लड़ चुके है। जीत हासिल की थी।
डबरा… समधन इमरती के सामने
कांगे्रस का गढ़ बचाने वाले राजे उप चुनाव 2020 में सुरेश राजे ने भाजपा में शामिल हुई समधिन इमरती देवी को हराया था। हालांकि 2013 में सुरेश राजे भाजपा की टिकट पर इमरती देवी से हार गए थे। तब इमरती देवी कांग्रेस में थीं। दोनों उम्मीदवार रिश्ते में समधी समधिन है। राजनीति के पुराने चेहरे है। जिससे डबरा में रोमांचक मुकाबला होगा।