मामले में आया नया मोड़
घटना के वक्त कोचिंग में बॉबी रावत के परिजन ने ग्वालियर में पुलिस अधीक्षक कार्यालय में उसे बेगुनाह बताते हुए मामले की निष्पक्ष जांच के लिए आवेदन दिया। इसमें बताया कि उसे झूठा फंसाया जा रहा है, क्योंकि घटना के वक्त वह कोचिंग में था। इधर, पुलिस की जांच में छात्रा अपने घर से सुबह 8.15 बजे निकलती दिख रही है, जबकि एफआईआर में सुबह 7.30 बजे का समय बताया गया है। पुलिस पूछताछ में बॉबी ने अन्य आरोपी सत्येंद्र से पहचान होने से इनकार किया है।
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छात्रा 29 जनवरी को सुबह 7.30 बजे गणित की कोचिंग के लिए निकली थी। बिहारी गार्डन के समीप बॉबी रावत व सत्येन्द्र दोनों उसे गाड़ी में बैठाकर सहराई पुल ले गए। जहां पर दोनों युवकों ने उसके प्राइवेट पार्ट में चोट पहुंचाई और उसे पुल के ऊपर से फेंक दिया। इसमें छात्रा की रीढ़ की और दोनों पैरों की हड्डी टूट गई।
इनका कहना है
घटना स्थल का निरीक्षण किया गया, एक आरोपी को पकड़ा गया है। दूसरे की तलाश की जा रही है। पकड़े गए छात्र के परिजन ने एसपी को आवेदन दिया है जिसमें छात्र को फंसाने की बात की है। पूरे मामले निष्पक्ष जांच की जा रही है। एसआइटी टीम गठित की गई है जो कि पूरे मामले की जांच कर रही है।