देश में ग्वालियर के सिंधिया राजघराने का वैभव आज भी कायम है। सिंधिया का महल पर्यटकों के लिए आज भी जिज्ञासा का केंद्र बना रहता है। स्वतंत्रता के पहले अंग्रेज इस राजवंश के महाराजा को 21 बंदूकों की सलामी देते थे। हालांकि अब यह प्रोटोकाल नहीं है, लेकिन सिंधिया के जयविलास महल कई मायनों में अनोखा है। 400 कमरे वाले इस महल में दुनिया की अनमोल चीजें सजाई गई हैं, दीवारों में आज भी सोने की पालिश नजर आती है।
ग्वालियर का जयविलास पैलेस 1874 में बनाया गया था। 400 कमरे वाला यह पैलेस पूरी तरह व्हाइट है और इसे 12 लाख वर्ग फीट में बना है। इसके अलावा उस समय इसकी कीमत 1 करोड़ रुपए थी। वर्तमान में इसकी कीमत 10 हजार करोड़ रुपए आंकी जाती है। इस पैलेस में 400 कमरे हैं, जिनमें से 40 कमरों में अब म्यूजियम है। इस महल में सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है दरबार हॉल। 100 फीट लंबे 50 फीट चौड़े और 41 फीट ऊंचे इस बड़े कमरे में दुनिया की तमाम बेशकीमती चीजें रखी हुई हैं। जयविलास पैलेस में रायल दरबार की छत से 140 सालों से 3500 किलो के दो झूमर लटका हुआ है।
यह हैं वर्तमान महाराज
सिधिंया घराने के महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया का जन्म 1 जनवरी को मुम्बई के समुद्रमहल में हुआ था। ज्योतिरादित्य की बहन चित्रांगदा है, जो उनसे तीन साल बड़ी हैं। 19 की उम्र में वे पढ़ाई के लिए अमेरिका चले गए थे। उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया था। दिसंबर 1991 में पढ़ाई के दौरान पेरेंट्स के पास वक्त बिताने वे मुंबई आए थे।
दुनिया की मोस्ट ब्यूटीफुल वुमंस में शामिल
ज्योतिरादित्य सिधिंया का विवाह बड़ौदरा के गायकवाड़ राजघराने की राजकुमारी प्रियदर्शनी राजे से 12 दिसंबर 1994 को हुआ था। प्रियदर्शनी के पिता कुंवर संग्राम सिंह के तीसरे बेटे थे, जबकि उनकी मां नेपाल राजघराने से ताल्लुक रखती हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शनी भी बेहद खास है और उन्हें विश्व की टॉप-50 ब्यूटीफुल वुमंस में शामिल किया गया था।
दिल्ली में भी हजारों की संपत्ति
सिंधिया परिवार के पास दिल्ली में भी सात हजार करोड़ रुपये की संपत्ति है। इसमें दिल्ली स्थित ग्वालियर हाउस, सिंधिया विला और राजपुर रोड में एक प्लॉट शामिल है। यहीं नहीं उत्तर प्रदेश के वाराणसी में भी परिवार के पास अचल संपत्ति है। वाराणसी में पद्म विलास नाम का एक महल है। गोवा में भी इस परिवार की संपत्ति है। मुंबई में करीब बारह सौ करोड़ की संपत्ति इस परिवार के पास है।
कई कंपनियों में शेयर
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आजादी के बाद सिंधिया परिवार के पास करीब सौ से ज्यादा कंपनियों के शेयर थे। जिसमें बॉम्बे डाइंग भी शामिल है। इस परिवार के पास सिर्फ ग्वालियर में ही दस हजार करोड़ की संपत्ति है। इनमें प्रमुख रूप से जय विलास पैलेस, सख्य विलास, सुसेरा कोठी और कुलेठ कोठी शामिल हैं। इसके साथ ही प्रदेश के दूसरे शहर में भी तीन हजार करोड़ की संपत्ति है, इसमें शिवपुरी और उज्जैन में एक महल शामिल है।
सिंधिया परिवार के ज्यादातर लोग बीजेपी से जुड़े रहे हैं। उनके पिता माधवराव सिंधिया कांग्रेस की राजनीति करते रहे हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया की दोनों बुआ बीजेपी में हैं। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राज सिंधिया बीजेपी की नेत्री हैं। इसके साथ ही यशोधरा राजे सिंधिया मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की सरकार में मंत्री हैं।