2019 में भी पड़ा था दो कारोबारियों पर छापा
गिरवाई स्थित थोक आतिशबाजी कारोबारियों के यहां पहली बार छापे की कार्रवाई नहीं हुई है। इससे पूर्व 15 अक्टूबर 2019 में यहां के तीन कारोबारियों के यहां जीएसटी राज्य कर विभाग के एंटी इवेजन ब्यूरो ने कार्रवाई की थी। मजे की बात यह है कि इनमें से दो फर्म बांके बिहारी ट्रेडर्स और आरके फायर वक्र्स पर इस बार फिर से छापे की कार्रवाई हुई है। इन सभी कारोबारियों ने उस समय भी कंपनियों से आतिशबाजी की खरीदी कम दिखाई थी, जबकि स्टॉक की उपलब्धता अधिक थी। तब स्टॉक मिलान पूरा होने के बाद विभाग ने तीनों फर्मों पर पेनल्टी के रूप में 50 लाख 26 हजार 56 रुपए की रकम जमा कराई थी। इसके साथ ही हाल ही में गिरवाई क्षेत्र के थोक आतिशबाजी कारोबारियों की गड़बडिय़ों के चलते जिला प्रशासन ने भी इनके लाइसेंस भी रद्द कर दिए थे।
गिरवाई स्थित थोक आतिशबाजी कारोबारियों के यहां पहली बार छापे की कार्रवाई नहीं हुई है। इससे पूर्व 15 अक्टूबर 2019 में यहां के तीन कारोबारियों के यहां जीएसटी राज्य कर विभाग के एंटी इवेजन ब्यूरो ने कार्रवाई की थी। मजे की बात यह है कि इनमें से दो फर्म बांके बिहारी ट्रेडर्स और आरके फायर वक्र्स पर इस बार फिर से छापे की कार्रवाई हुई है। इन सभी कारोबारियों ने उस समय भी कंपनियों से आतिशबाजी की खरीदी कम दिखाई थी, जबकि स्टॉक की उपलब्धता अधिक थी। तब स्टॉक मिलान पूरा होने के बाद विभाग ने तीनों फर्मों पर पेनल्टी के रूप में 50 लाख 26 हजार 56 रुपए की रकम जमा कराई थी। इसके साथ ही हाल ही में गिरवाई क्षेत्र के थोक आतिशबाजी कारोबारियों की गड़बडिय़ों के चलते जिला प्रशासन ने भी इनके लाइसेंस भी रद्द कर दिए थे।