वहीं शनिवार को 294 सैंपल की जांच में 27 में डेंगू की पुष्टि हुई है। हॉस्पिटल में उपचार के दौरान विवेक ने दम तोड़ दिया। जीएमबी लैब से डेंगू की पुष्टि होने के बाद वह भर्ती हुआ था। सीएमएचओ डॉ सचिन श्रीवास्तव ने कहा, इलाज कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि मरीज को डेंगू के साथ कई अन्य बीमारी थी।
इसको लेकर उनके परिजन मेदांता हॉस्पिटल ले जाने की तैयारी कर रहे थे। लेकिन लगातार तबीयत बिगड़ती गई और उसकी मौत हो गई। लैब और हॉस्पिटल को नोटिस जारी कर रहे हैं, इन्होंने डेंगू के मरीज की जानकारी नहीं दी थी।
सीएमएचओ ने बनाई जांच कमेटी
इस घटना के बाद सीएमएचओ ने दो डॉक्टरो की टीम गठित की है। जिसमें डॉ. विजय पाठक और डॉ वीरपाल को रखा गया है। यह डॉक्टरों की टीम लैब और हॉस्पिटल में इलाज की जांच करेगी। उसी के बाद यह टीम डेंगू की पुष्टि कर पाएगी। सितंबर में हर दिन औसत 15 मरीज मिले, जिले में संख्या 539
सितंबर डेंगू के मरीज तेजी से बढ़े हैं। इसमें एक दिन में 38 मरीज 18 तारीख को आए थे। वहीं इस महीने 322 मरीज को डेंगू की पुष्टि हुई है। इसके हिसाब से हर दिन लगभग 15 से ज् यादा मरीज डेंगू के पीडि़त हुए हैं। वहीं जिले में अब डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़कर 539 हो गई है।
डेंगू की चपेट में 60 प्रतिशत बच्चे और 30 प्रतिशत युवा
डेंगू इस बार सबसे ज्यादा बच्चों में हो रहा है। इसके हिसाब से अभी तक 60 फीसदी बच्चे डेंगू के शिकार हो चुके है। वहीं 30 प्रतिशत युवाओं को भी डेंगू हुआ है। जिसमें सबसे ज्यादा हाई रिस्क् एरिया में मुरार क्षेत्र है। जिसमें दीनदयाल नगर, शताब्दीपुरम, आदित्यपुरम, गोले का मंदिर, नदीपार टाल, ङ्क्षभड रोड, सात नंबर चौराहा, दर्पण कॉलोनी, हुरावली आदि क्षेत्र प्रभावित हुआ है।