ग्वालियर। आगामी किसी भी चुनावों में सराफा कारोबारी और उनसे जुडे लोग भारतीय जनता पार्टी के किसी भी कैंडीडेट को वोट नहीं देंगे । शनिवार को चैम्बर आॅफ काॅमर्स परिसर में आयोजित बैठक के दौरान सराफा कारोबारियों ने यह निर्णय लिया है। उनका कहना है कि भाजपा को 7 दिनों का अल्टीमेंटम दिया गया है और इन सात दिनों में अगर एक्साईज ड्यूटी को वापस नहीं लिया गया है तो पूरा सराफा परिवार भाजपा के विरोध में खडा हो जाएगा। वहीं आज दोपहर में प्रदेष की महिला एवं बाल विकास मंत्री माया सिंह भी सराफा कारोबारियों से चर्चा कर उन्हें मनाने का प्रयास करेंगी | गौरतलब है कि विगत एक पखवाडे से सराफा कारोबारियों द्वारा एक्साईज ड्युटी को हटाने की मंाग को लेकर हडताल की जा रही है। कारोबारी 40 दिन और हड़ताल जारी रखने को तैयार हड़ताली सर्राफा कारोबारी पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने साफ कर दिया है कि जब तक एक्साइज ड्यूटी वापस नहीं होती वे दुकान नहीं खोलेंगे। देश की 5 लाख दुकानें 24 दिन से बंद हैं। 5 करोड़ ज्वैलर्स और कारीगर बेकार हैं। हड़ताली ज्वैलर्स विरोध को लंबा खिंचने के मूड में हैं। 5 करोड़ लोगों के सामने जीविका का संकट कालेधन और एक्साइज ड्यूटी का कोई संबंध नहीं है। तीन साल पहले इसी भाजपा ने एक्साइज ड्यूटी का विरोध किया था। फिर सत्ता में आने के बाद उसे क्यों लगा दिया। 24 दिन से हड़ताल चल रही है। देश में 5 लाख दुकानें बंद हैं। 1.72 करोड़ सुनार बेकार हैं। दुकान में काम करने वाले छोटे-मोटे दे हाड़ी कामगारों को शामिल कर लें तो 5 करोड़ लोग सड़क पर हैं। 3.15 लाख करोड़ का देश में ज्वैलरी सेक्टर ज्वैलर्स कानून देश में जेम्स एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री का आकार 3.15 लाख करोड़ रुपए का है। कारोबारियों के मुताबिक इंडस्ट्री से लाखों लोगों को रोजगार मिल रहा।