ग्वालियर. ग्वालियराइट्स स्वादिष्ट डिशेज के शौकीन है। यही कारण है कि शहर में काफी संख्या में होटल्स व रेस्टोरेंट ओपन हो चुके हैं, जहां जाना लोग पसंद करते हैं। इन रेस्टोरेंट और होटल्स की सबसे खास बात यह है कि कस्टमर्स को अट्रेक्ट करने के लिए अपने यहां का इंटीरियर चेंज कराने के साथ ही एक्टिविटी कॉर्नर भी शुरू किए गए हैं, जिससे कस्टमर्स की संख्या बढ़ सके। होटल्स और रेस्टोरेंट में लोग दो से तीन घंटे तक का टाइम स्पेंड कर रहे हैं।
कस्टमर्स को अट्रेक्ट करने इजाद किया नया तरीका
कुछ समय पहले तक होटल्स और रेस्टोरेंट केवल लंच व डिनर के लिए समझे जाते थे, लेकिन आज लोग टाइम स्पेंड करने भी वहां पहुंच रहे हैं। शहर में 500 से अधिक छोटे-बड़े होटल्स और रेस्टोरेंट हैं। ऐसे में कस्टमर्स को केवल क्वालिटी के दम पर अट्रेक्ट कर पाना थोड़ा मुश्किल है। इसलिए ये नए-नए तरीके इजाद कर रहे हैं। शहर के 10 परसेंट होटल्स और रेस्टोरेंट में एक्टिविटी कॉर्नर शुरू हो गए हैं।
एक्टिविटी कॉर्नर में ऑफिस वर्क भी
कई ऑफिस वर्क ऐसे होते हैं, जिनके लिए किसी का डिस्टर्बेंस नहीं चाहिए होता। इसके लिए यंगस्टर्स रेस्टोरेंट पहुंच रहे हैं। यहां लाइट म्यूजिक के बीच वे अपना काम पूरा कर पा रहे हैं। काफी और स्नेक्स के साथ वे दो से तीन घंटे का समय स्पेंड कर रहे हैं। इसका उन्हें कोई एक्स्ट्रा चार्ज नहीं करना होता।
बच्चों के लिए गेम की व्यवस्था
कस्टमर्स के साथ आने वाले बच्चों के लिए गेम्स रखे गए हैं, जिससे वे पैरेंट्स को परेशान न करें और खुद भी एंटरटेन होते रहें। रेस्टोरेंट ऑनर्स का मानना है कि बच्चे ही पैरेंट्स को हमारे यहां खींच कर लाते हैं। इसलिए स्वादिष्ट व्यंजन के साथ ही उनके एंटरटेनमेंट का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
कुछ समय पहले तक होटल्स और रेस्टोरेंट केवल लंच व डिनर के लिए समझे जाते थे, लेकिन आज लोग टाइम स्पेंड करने भी वहां पहुंच रहे हैं। शहर में 500 से अधिक छोटे-बड़े होटल्स और रेस्टोरेंट हैं। ऐसे में कस्टमर्स को केवल क्वालिटी के दम पर अट्रेक्ट कर पाना थोड़ा मुश्किल है। इसलिए ये नए-नए तरीके इजाद कर रहे हैं। शहर के 10 परसेंट होटल्स और रेस्टोरेंट में एक्टिविटी कॉर्नर शुरू हो गए हैं।
एक्टिविटी कॉर्नर में ऑफिस वर्क भी
कई ऑफिस वर्क ऐसे होते हैं, जिनके लिए किसी का डिस्टर्बेंस नहीं चाहिए होता। इसके लिए यंगस्टर्स रेस्टोरेंट पहुंच रहे हैं। यहां लाइट म्यूजिक के बीच वे अपना काम पूरा कर पा रहे हैं। काफी और स्नेक्स के साथ वे दो से तीन घंटे का समय स्पेंड कर रहे हैं। इसका उन्हें कोई एक्स्ट्रा चार्ज नहीं करना होता।
बच्चों के लिए गेम की व्यवस्था
कस्टमर्स के साथ आने वाले बच्चों के लिए गेम्स रखे गए हैं, जिससे वे पैरेंट्स को परेशान न करें और खुद भी एंटरटेन होते रहें। रेस्टोरेंट ऑनर्स का मानना है कि बच्चे ही पैरेंट्स को हमारे यहां खींच कर लाते हैं। इसलिए स्वादिष्ट व्यंजन के साथ ही उनके एंटरटेनमेंट का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।