वर्षों बाद भी म्याना और बांसखेड़ी के अंडर ब्रिज में नहीं हो पाए इंतजाम
गुना। रेलवे के अधिकारियों की मनमर्जी और उनके स्वार्थ के चलते म्याना और बांसखेड़ी के अंडर ब्रिज लोगों की सुविधा की जगह परेशानी का कारण बनते जा रहे हैं। बगैर बारिश के पानी से भरे ये अंडर ब्रिज बीते रोज रात के समय हुई बारिश से लबालब हो गए, जिनसे लोगों की निकासी बंद हो गई और म्याना में तो अशोकनगर और ललितपुर जोडऩे वाले मार्ग पर चलने वाले वाहनों का भी परेशानी हुई। इनकी वजह से कई बार जाम भी लगते रहे।
पांच-छह साल पूर्व रेलवे प्रशासन ने म्याना, बांसखेड़ी समेत कई जगह अंडर ब्रिज बनवाए थे, इनके पीछे उद्देश्य रेल पटरियां पार न कर लोग अपने वाहन से इन अंडर ब्रिजों में से होकर गुजरता रहे। लेकिन तत्कालीन इंजीनियरिंग विभाग के मुखिया ने अपने स्वार्थ के खातिर इन अंडर ब्रिजों का निर्माण कराया, जिसमें पानी की निकासी न होने से इन अंडर ब्रिजों में पानी भरने लगा, कई बार शिकायत हुई, उसके बाद भी इन अंडर ब्रिजों से पानी की निकासी का ठोस इंतजाम नहीं हो सका।
ये दिखी स्थिति
म्याना रेलवे अंडर ब्रिज पर बीते रात को हुई बारिश से अंडर ब्रिज में करीब 3 से 4 फीट पानी भर गया। जिसके बाद उसमें से वाहन निकलना बंद हो गए। पानी के बढ़ जाने से अंडर ब्रिज के दोनों तरफ वाहनों का लंबा जाम सा लग गया। इन अंडर ब्रिज से स्कूल बच्चों को भी अपनी साइकिल से जाना पड़ता है। इस अंडर ब्रिज में भरे गंदे पानी की वजह से स्कूल बच्चे भी नहीं निकल पाए इस संबंध में यहां के लोग कई बार डीआरएम समेत रेलवे के कई वरिष्ठ अधिकारियों से मिले, लेकिन इस अंडर ब्रिज में पानी न भरे इसका कोई ठोस उपाय नहीं हो पाया। यहां की जनता का कहना है कि म्याना में ओवर ब्रिज बन जाए तो इस अंडर ब्रिज की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।
बांसखेड़ी अंडर ब्रिज
गुना शहर में बांसखेड़ी अंडर ब्रिज गुना रेलवे स्टेशन के पास बना है। यहां भी बने अंडर ब्रिज से पानी के भरे रहने की समस्या से लोगोंं को छुटकारा नही मिल पाया है। सोमवार को गुना रेलवे स्टेशन के पास पुलिस फोर्स के तैनात होने और वाहनों के जमाव होने से यहां से किसी को नहीं जाने दिया जा रहा था। कुछ देर बाद लोगों ने अंडर ब्रिज में से निकलकर जाने का प्रयास किया तो उसमें काफी पानी भरा था, जिसमें से लोग निकल नहीं पा रहे थे। बांसखेड़ी के अंडर ब्रिज में पानी भरने और रेलवे स्टेशन पर बेरीकेट्स लगाकर रास्ता रोकने की वजह से लोगों को आने-जाने में परेशानी हुई। इसके अलावा दूसरे अंडर ब्रिज भी परेशानी का कारण बनते रहे।