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इस बाबत यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि स्मार्ट गांवों में प्रथम चरण में लगभग 10 करोड़ रुपये की लागत से सीवरेज सिस्टम, डे्रनेज सिस्टम, पेयजल आपूर्ति, स्ट्रीट सोलर लाइट और मार्गों का निर्माण होगा। दूसरे चरण में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, सामुदायिक भवन, हेल्थ सेंटर तथा ई-चौपाल जैसी सुविधाओं को विकसित किया जायेगा। योजना के तहत लगभग 30 ग्रामों को चयनित किया गया है, जिसमें गांव मिर्जापुर, रामपुर बांगर, निलौनी, अछेजा बुजुर्ग व डूंगरपुर रीलखा के अवार्ड हो चुके हैं। शुक्रवार को मिर्जापुर व निलौनी गांवों में विकास कार्यों का शुभारम्भ किया गया। यह भी पढ़ें
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मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने कहा कि यह जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह की मेहनत और विकास के प्रति उनकी संकल्प भावना का ही परिणाम है, जो आज हम स्मार्ट विलेज को धरातल पर उतार पाये हैं। हमारा पूरा प्रयास होगा कि गांव के लोग विकास की दौड़ में किसी से पीछे न रहें। स्थानीय लोगों को भी यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र के उद्योगों में 40 प्रतिशत रोजगार मिल सकें, ऐसी व्यवस्था की जा रही है। जेवर के भाजपा विधायक ठाकुर धीरेन्द्र सिंह ने कहा कि यह उनके और जेवर विधानसभा के लिए सौभाग्य का दिन है। वह बहुत दिनों से स्मार्ट सिटी के बारे में सुनते आए थे, लेकिन आज खुशी है कि क्षेत्र के मिर्जापुर व निलौनी गांव को स्मार्ट विलेज बनाने का सपना साकार होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम देश के अन्य गांवों के विकास के लिए एक संदेश देने जा रहे हैं कि ग्रामीणों को भी वो सभी मूलभूत सुविधाएं शहरी क्षेत्र के लोगों की तरह ही मिलें। उन्होंने इस काम के लिए यमुना एक्सप्रैस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ और उनकी पूरी टीम का आभार व्यक्त किया।