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बाहर ताला लगाकर बंद घर में युवती का धर्मांतरण, हिंदू संगठन के नेताओं का हंगामा एडीसीपी विशाल पांडे ने बताया कि रविवार देर रात दनकौर पुलिस पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के सर्विस रोड पर वाहनों कि चेकिंग कर रही थी। इसी बीच बाइक पर सवार दो संदिग्ध लोग दिखाई दिए। पुलिस ने जब उन्हें जांच के लिए रोकना चाहा तो उन्होंने बाइक को तेज गति से चलाकर भागने का प्रयास किया। पुलिस ने घेराबंदी की तो उन्होंने पुलिस टीम पर ही फायरिंग करनी शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में गोली लगने से एक बदमाश घायल हो गया, जिसकी पहचान इंतजार के रूप में हुई। जबकि उसका चचेरा भाई नदीम भागने सफल रहा, जिसको पुलिस तलाश रही है।
एडिशनल डीसीपी ने बताया कि बदमाशों से पूछताछ के दौरान पता चला कि 13 फरवरी को औरंगपुर गांव निवासी संदीप नागर के 12 वर्षीय भतीजे यश नागर को इन दोनों बदमाशो ने फिरौती के लिए अगवा किया था। इंतजार और नदीम चचेरे भाई हैं। कुछ समय पहले नदीम के पिता से दो लाख रुपये की ठगी हुई थी। ऐसे में परिवार को कर्ज लेना पड़ा था। कर्ज को चुकाने के लिए दोनों आरोपियों ने बच्चे के अपहरण की साजिश रची थी। बाद में परिजनों के दबाव और फंसने के डर से दोनों आरोपी बच्चे को पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के पास छोड़ गए थे। उसके बाद से ही पुलिस बदमाशों को तलाश रही थी।