जानकारों का कहना है कि बढ़नी में वाशिंग पिट भी तैयार हो गया है। गोरखपुर-नरकटियागंज पैसेंजर बढ़नी से चलने लगी है। ऐसे में सावन मेला स्पेशल को भी बढ़नी से चलाया जा सकता है। इससे सिद्धार्थनगर और महराजगंज के श्रद्धालुओं को भी राहत मिल सकेगी।
जल्द ही सावन मेला स्पेशल ट्रेन का समय, ठहराव, मार्ग और रेक संरचना घोषित कर दी जाएगी। रेलवे के साथ ही परिवहन निगम ने भी कावड़ यात्रा को लेकर अपनी तैयारी पूरी कर ली है। कावड़ यात्रा के दौरान गोरखपुर-वाराणसी-प्रयागराज का मार्ग बदल जाएगा।
गोरखपुर-बस्ती-अयोध्या रूट पर भी बदलेगा बसों का मार्ग
गोरखपुर-बस्ती-अयोध्या रूट पर भी बसों का मार्ग बदलने की योजना है। प्रयागराज के क्षेत्रीय प्रबंधक एमके त्रिवेदी के अनुसार पूर्व के वर्षों में कांवड़ यात्रा के कारण रूट बदला जाता रहा है।बसों के डायवर्ट रूट से चलने पर गंतव्य की दूरी बढ़ जाती है। इससे डीजल का खर्च बढ़ जाता है। उसी क्रम में प्रति किमी किराया का मानक तय है, उसके अनुरूप ही किराया निर्धारित किया जाएगा। अभी रूट डायवर्जन का पत्र नहीं आया है। जैसे ही पत्र आएगा उसके अनुसार बसों का संचालन शुरू हो जाएगा।