अधिकारियों को मस्जिद के मौलाना अजमुद्दीन ने बताया कि इन्वर्टर की बैट्री फटने से विस्फोट हुआ। लेकिन फाॅरेंसिक जांच में बारुद के होने की पुष्टि हुई तो सुरक्षा एजेंसियों के होश फाख्ता हो गए।
एटीएस के अलावा खुफिया एजेंसियों ने पड़ताल शुरू की। पूछताछ के दौरान मौलान अजमुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद गिरफ्तारियों का सिलसिला जारी है। खुफिया एजेंसियों विस्फोटक सुरक्षित रखने का असल मकसद तलाश रही हैं।