सांगठनिक ढांचे के कमजोर होने पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि बूथ एजेंट के भरोसे हम यहां तक पहुंचे हैं लेकिन उनके सुख-दुख में उन्हें कोई पूछने नहीं जाता। हम रास्ते से भटक गए हैं। पुराने लोगों से मिलें, कार्यकर्ताओं के सुख-दुःख में भागीदार बनें। हमें सुधार कर आगे बढना होगा और पार्टी को मजबूत बनाकर 2022 में बसपा प्रमुख को मुख्यमंत्री बनाना होगा।
इस दौरान विधान परिषद के पूर्व सभापति गणेश शंकर पांडेय, सेक्टर प्रभारी इंदल राम, सुधीर कुमार भारती, जोन इंचार्ज हरिप्रकाश निषाद, जिलाध्यक्ष घनश्याम राही, जीएम सिंह, सुरेश कुमार गौतम आदि मौजूद रहे।