राम शिरोमणि वर्मा वर्ष 2019 के चुनाव में सपा बसपा गठबंधन से श्रावस्ती लोकसभा सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे। उन्हें जीत भी हासिल हुई। पिछले करीब एक वर्षों से बसपा ने उन्हें अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। उसके बाद वह सपा में चले गए। बीते दिनों 14 अप्रैल 2024 को समाजवादी पार्टी की जारी अधिकृत सूची में श्रावस्ती लोकसभा सीट से राम शिरोमणि वर्मा को प्रत्याशी बनाया गया था। उस सूची में इनका नाम दूसरे स्थान पर था। इन्होंने अपना नामांकन भी कर दिया था। इसी बीच 5 मई को बसपा छोड़ कांग्रेस में गए धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ धीरू सिंह ने मीडिया को दिए गए एक बयान में कहा कि सपा ने उन्हें श्रावस्ती लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है। उन्हें फॉर्म ए और बी मिला है। कल वह नामांकन करेंगे। हालांकि उन्होंने आज सोमवार को सपा से नामांकन भी किया। उनके नामांकन करने के बाद राम शिरोमणि वर्मा ने भी सपा से नामांकन किया। सूचना विभाग ने सपा से दोनों प्रत्याशियों के नामांकन करने की पुष्टि भी किया। टिकट कटने और दोबारा मिलने के सवाल पर जब राम शिरोमणि वर्मा से मीडिया कर्मियों ने बात किया तो उन्होंने कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कैंसिलेशन पत्र जारी कर दिया है। बीच में कुछ दिक्कतें आई थी। मुझे फॉर्म ए और बी तथा कैंसिलेशन पत्र देकर प्रत्याशी बनाया गया है। मैं सपा प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन किया है। मैं सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और श्रावस्ती की जनता को हृदय से बधाई देता हूं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उन्हें फॉर्म ए और बी 4 को मिला है। मुझे पांच को मिला है। कैंसिलेशन पत्र भी मुझे दिया गया है। जिन्हें बाद में मिला है। वही असली प्रत्याशी हैं।