राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज गोण्डा के प्रिंसिपल प्रो. गोविंद पाडेय ने बताया कि संस्थान के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी नेहा शर्मा और जिला प्रशासन के सहयोग के कारण इसे एआईसीटीई की अप्रूव्ल की प्रक्रिया को सफलता पूर्वक पूरा किया जा सका है। प्रशासन की सफल कोशिशों का परिणाम है कि अब ज़िले और आसपास के जिलों के हजारों होनहार छात्रों को बेहतर तकनीकी ज्ञान प्राप्त करने का अवसर मिल सकेगा। उत्तर प्रदेश सरकार ने वर्ष 2016 में जनपद के उतरौला रोड पर राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना को मंजूरी दी थी। वर्तमान में निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है। सत्र 2023-24 में संस्थान के पहले बैच में दाखिले लिए गए। हालांकि, निर्माण कार्य पूरा न होने के कारण दाखिला लेने वाले छात्रों की कक्षाएं राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज अम्बेडकरनगर के परिसर में ही संचालित की जा रही हैं।