Gonda News: जिला अस्पताल
गोंडा एक बार फिर रिश्वत लेने के आरोप में सुर्खियों में आ गया है। मरीज की मौत और रिश्वतखोरी के मामले में आयुक्त ने कड़ा संज्ञान लिया है। देवीपाटन मंडल के आयुक्त शशि भूषण लाल सुशील ने डीएम को प्रकरण में एडीएम से जांच करने के निर्देश दिए हैं। दरअसल शिकायतकर्ता महेश निषाद ने शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि उन्होंने अपनी भाभी को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। लेकिन कोई डॉक्टर इलाज के लिए उपस्थित नहीं हुआ। केवल स्टाफ नर्स ही दवा देती थी। हर बार दवा या इंजेक्शन के लिए पैसों की मांग करती रहती थी। दवाएं भी अस्पताल से न देकर बाहर से मंगवानी पड़ती थीं। सबसे गंभीर बात तब हुई जब 15 सितम्बर 2024 को मरीज की मौत हो गई। मृतक के भाई ने जब अस्पताल से मृत्यु प्रमाण-पत्र मांगा, तो स्टाफ नर्स ने 700 रुपये की मांग की। पैसे न देने पर नर्स ने बाहरी लोगों को बुलाकर परिजनों के साथ मारपीट करवाई।
Gonda News: 30 सितंबर तक आयुक्त ने मांगी रिपोर्ट
मंडलायुक्त ने इस प्रकरण को अत्यंत गंभीर माना है। गोण्डा डीएम को एडीएम से जांच करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जांच पूरा करने के लिए 30 सितम्बर तक की मोहलत दी है। शिकायतकर्ता के बयान सहित पूरी जांच रिपोर्ट मंडलायुक्त ने तलब की है।